उदयपुर. मेवाड़ को मानसून की बारिश के लिए अभी 20 से 25 दिन का इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि गर्मी से थोड़ी राहत अगले कुछ दिनों तक मौसम पूर्व की छिटपुट बरसात से मिल सकती है। बीते शुक्रवार को यमन के आसपास बने हल्के चक्रवात का असर भी भारतीय मौसम पर पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि राजस्थान में मानसून के बादल आमतौर पर बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ या झालावाड़ जिले से प्रवेश करता है। दक्षिणी या दक्षिणी पूर्वी मार्ग से प्रवेश के बाद यह पूरे प्रदेश पर छा जाता है। इस बार 20 से 25 जून से राज्य में मानसून के बादल बरसना शुरू होंगे। आमतौर पर 18 जून तक मानसून प्रवेश कर जाता है। इस बार इम्फान साइक्लोन की वजह से इसमें दो से लेकर सात दिन तक की देरी हो सकती है। मानसून पूर्व की बारिश राजस्थान में 10 जून के आसपास होती है, लेकिन आधे राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा व उत्तरी इलाकों में नमीयुक्त हवाएं पहुंचने से उम्मीद है कि प्री-मानसून की बरसात जल्द होगी। अगले कुछ दिनों में अंधड़, तेज हवाएं और बूंदाबांदी का सिलसिला चल सकता है। – केरल के आसपास छाया मौसम हुआ फुस्स मौसम विभाग ने मानसून पहले एक जून को केरल तट से टकराने की सम्भावना जताई थी, लेकिन इम्फान चक्रवात के कारण यह सिस्टम डिफ्यूज हो गया है। हालांकि इस चक्रवात का राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात व महाराष्ट्र के मौसम पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। – … तो और होगी देरी यमन के तटवर्ती क्षेत्र के आसपास एक साइक्लोन देखा गया है। पश्चिमी मध्य अरब सागर, यमन के तटीय इलाकों पर बने हल्के चक्रवात का भी असर भारतीय मौसम पर पड़ेगा। यदि यह साइक्लोन तेज होता है तो मानसून में और देरी कर सकता है। — वैसे इस बार मौसम सामान्य रहने का अनुमान है। अरब से आ रही नम हवाओं के कारण अगले दो-तीन दिनों में भी हल्की बरसात उदयपुर में हो सकती है। तापमान में गिरावट हो सकती है। प्रो. नरपत सिंह राठौड़, मौसम वैज्ञानिक
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