2 दर्जन से अधिक देशी विदेशी प्रजातियां दिखी मेनार में 2 दर्जन से अधिक प्रजातियों के पक्षी नजर आए हैंं। स्थानीय पक्षी मित्र दर्शन मेनारिया ने बताया कि बर्ड विलेज मेनार के धण्ड तालाब पर अभी तक पेलिकन्स, कॉमन क्रेन,कॉमन पोचार्ड , रडी शेल डक , येलो एंड वाइट वैगटेल्स, ग्रेट क्रेस्टेड ग्रेब, लिटिल ग्रेब, नोब बिल्ड डक्स, स्पॉट बिल्ड डक्स, लेसर व्हिसलिंग डक्स, नॉर्दन पिनटेल, जकाना, कॉरमोरेंट्स, पर्पल स्वाम्प हेन, पर्पल एंड ग्रे हेरन , ओपन बिल्ड स्टोर्क, स्पूनबिल, ब्लैक विंग्ड स्टिल्ट, रेड नेप्ड आइबिस, कॉमन कूट, कॉमन मूरहेन सारस क्रेन, आदि देशी विदेशी पक्षी नजर आए हैंं।
इस बार 2-3 सप्ताह जल्दी पहुंंचे मेहमान मेनार में इस बार मेहमान पक्षी गत वर्ष की तुलना में 3 से 4 सप्ताह जल्दी पहुंंचे हैंं। अब इन पक्षियोंं का मार्च अप्रेल महीने तक इन्हींं जलाशयोंं पर बसेरा रहेगा। गत साल नवम्बर के अंतिम दिनों में प्रवासी पक्षियों का आगमन हुआ था। वही ये इस वर्ष भी 4 से 5 सप्ताह ज्यादा रुके थे । इस बार शीत प्रदेशोंं में सर्द की जल्दी शुरुआत होने से ये जल्दी आ गये हैंं। मेनार के जलाशयों प्रतिवर्ष करीब 150 से अधिक प्रजातियों के देशी विदेशी परिंदो को देखा जा सकता है।
इनका कहना है:
इस बार जिले के अलग अलग जलाशयों पर सितम्बर के अंतिम दिनों में पक्षी आना शुरू गए थे । इस बार ये 2 से 3 सप्ताह जल्दी आये है। इसका मतलब वहां सर्दी शुरू हो चुकी है। इनके आने की तिथि वहां की सर्दी प्रभावित करती है और जाने की तिथि हमारे यहां की गर्मी प्रभावित करती है। ये प्रवासी पक्षी ट्रान्स हिमालय के उस पार मंगोलिया , यूरोप , साइबेरिया एव कुछ हिमालय के ऊपरी चाइना और तिब्बती क्षेत्रोंं से भारत आते हैंं। जब वहां बर्फ पड़ने के कारण जलीय एव थलीय भोजन उपलब्ध नहींं हो पाते हैंं तब ये वहां से उड़ान भर लेते हैंं।
डॉ.सतीश शर्मा, वन्य जीव विशेषज्ञ उदयपुर