उदयपुर

वित्त राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल क्यों बोले जात ना पूछो साधु की, पूछ लीजिए ज्ञान…पढ़िए पूरी खबर

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उदयपुरNov 25, 2018 / 04:09 pm

Sikander Veer Pareek

उदयपुर . केन्द्रीय जल संसाधन एवं वित्त राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के अनुसार रफाल की कीमतें यूपीए शासन काल में अधिक थी, अब उससे नौ प्रतिशत कम लागत आ रही है। उन्होंने शनिवार को मीडिया से बातचीत में रफाल, जीएसटी, नोटबंदी व अयोध्या मामले समेत कई मुद्दों पर बातचीत की। वे नोटबंदी और जीएसटी पर सवालों के सीधे जवाब देने से बचते रहे। नोटबंदी के सवाल को उन्होंने शेडो इकोनॉमी से जोड़ते हुए कहा कि इससे ऐसा प्लेटफार्म तैयार किया जिससे भविष्य में काले धन को पैदा करने के रास्ते बंद कर दिए।
 

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उन्होंने यह भी कहा कि आयकर चुकाने वाले बढऩे का कारण सातवां वेतन आयोग नहीं है, इस देश में समानान्तर अर्थव्यवस्था 23.7 प्रतिशत थी, ये आर्थिक गतिविधि तो हैं, लेकिन जीडीपी में गिनी नहीं जाती। इस अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी ने सर्वाधिक चोट की, जो अब 17 प्रतिशत तक पहुंच गई। बजरी के मुद्दे पर गहलोत को जवाब देते हुए वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि उन्होंने बड़े-बड़े बजरी प्लॉट दे दिए। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को खदानें आवंटित की। चुनाव आने पर राम मंदिर मुद्दा उछलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उसका ताला ही राजीव गांधी ने खोला था, हम ऐसी राजनीति नहीं करते।
सीपी को लेकर भी बोले
मेघवाल बोले कि सीपी जोशी ने पता नहीं कौन सा इतिहास पढ़ा है, भारत में परम्परा है कि जात ना पूछो साधु की, पूछ लीजिए ज्ञान…। ऋतम्भरा साधु है, तो ज्ञान की बात करेंगी, क्या उनकी जाति देखी जाएगी, उमा भारती राजनीति में है, लेकिन साधु हैं, क्या यहां उनकी जाति देखी जाएगी। साध्वी होकर ज्ञान की बात नहीं करेंगे तो कौन करेगा, हमने चुनाव आयोग में इसकी शिकायत की है कि कांग्रेस जाति और धर्म के आधार पर राजनीति करती है, इसका सीधा उदाहरण नाथद्वारा में सीपी जोशी की सभा है।
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