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ये विधायक बोले विधानसभा में जो जानकारी दी वह गलत है, गुमराह कर रहे अधिकारी

locationउदयपुरPublished: Jul 26, 2019 03:08:00 pm

Submitted by:

Mukesh Hingar

जवाब में मंत्री बोले कोई कमी रही तो परीक्षण करवा लेंगे

amrit lal meena

ये विधायक बोले विधानसभा में जो जानकारी दी वह गलत है, गुमराह कर रहे अधिकारी

मुकेश हिंगड़/ उदयपुर. विधानसभा में गुरुवार को विधायकों ने जहां सवाल उठाए वहीं अनुदान चर्चा में विधायकों ने अपने क्षेत्र के मुद्दे उठाए और पूर्व सरकार की ओर से किए गए कार्यों को भी गिनाया। सलूंबर विधायक के सवाल पर उन्होंने जवाब देने में अधिकारियों को गुमराह करने की बात कही, मंत्री ने कहा कि पूरा परीक्षण कराएंगे।
सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा ने सलूंबर के राजकीय महाविद्यालय में अतिरिक्त कक्षा कक्ष एवं विषयों को लेकर किए सवाल में उच्च शिक्षामंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि रजकीय महाविद्यालयए सलूम्बर से करीब 24 किमी की दूरी पर राजकीय महाविद्यालयए झाड़ोल एवं 25 किमी दूर राजकीय महाविद्यालय सराड़ा में भूगोल विषय संचालित है। विधायक मीणा ने कहा कि सलूंबर से झाड़ोल की दूरी 130 किलोमीटर दूर है, अधिकारी बिना सोचे-समझे 24 किलोमीटर बता रहे है, जिस अधिकारी ने जानकारी दी वह सदन को गुमराह कर रहा है, कार्रवाई कीजिए। जब उनका सवाल समझ में नहीं आया तो स्पीकर सीपी जोशी ने उस सवाल को रिपीट किया, मंत्री भाटी ने कहा कि संसाधनों की उपलब्धता एवं गुणावगुण के आधार पर महाविद्यालय में भूगोल शास्त्र विषय प्रारंभ किए जाने पर विचार किया जा सकेगा। बीच में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि जो झाड़ोल-सराड़ा का नाम आ रहा है वहां कॉलेज ही नहीं है, बाद में मंत्री ने कहा कि विभाग ने जो जानकारी दी है, उसमें कोई कमी रही है तो उसका परीक्षण करवा लेंगे और जिम्मेदारी तय की जाएगी। सरकार ने यह भी कहा कि प्राचार्य से प्राप्त सूचना के अनुसार महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के अध्ययन महाविद्यालय भवन में कक्षा-कक्षों की संख्या पर्याप्त है। चर्चा में भाग लेते हुए सलूंबर विधायक अमृतलाल मीणा ने कहा कि २००७-०८ व २०१९-२० के बीच में प्रदेश की जनसंख्या का शिडयूल्ड एरिया को अजा व जजा का जो पैसा मिलना चाहिए था वह नहीं मिल रहा है। तेलंगाना व उत्तराखंड सरकारों ने अपने राज्यों में अजा-जजा के लिए कानून बनाया वह प्रदेश में भी बनना चाहिए। उदयपुर में जजा आयुक्त के पद पर अलग से अधिकारी को नियुक्त करना चाहिए।
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