READ MORE : कठपुतली कला के महारथी खुद बने ‘कठपुतली’, पढ़िए आंखों को नम कर देने वाली इन कलाकारों के संघर्ष की कहानी बच्चों को इसलिए स्कूल नहीं भेजते ताकि वो कुछ कमा सके
सरकार कला को बढ़ावा देने के लिए जो भी करें, लेकिन कलाकारों की एेसी गत कि पूरी की पूरी पीढ़ी ही तबाही की राह चल पड़ी है। इतने बुरे हाल कि लोग केवल अपने बच्चों को इसलिए स्कूल नहीं ोजते ताकि वो कुछ कमा सके। कई युवा एेसे है, जो चंद कक्षाएं पढ़कर पढ़ाई छोड़ चुके हैं। शिक्षा का अधिकार कानून को धत्ता बताते यहां कई उदाहरण गलियों में चलते-फिरते मिल जाएंगे। जैसे ही पत्रिका टीम वार्ड एक स्थित देवाली के नीमच ोड़ा बस्ती पहुंची, तो दे ाा कि कई युवा केवल इसलिए दूर ााग रहे हैं, क्योंकि वे पढ़ाई छोड़ चुके हैं। कोई उनसे पढ़ाई छोडऩे का कारण ना पूछे या फिर से स्कूल की राह की राय ना दे। इनमें से एक ने बताया कि वह केवल काम के लिए पढ़ाई से दूर हुआ है। यही हाल यहां के छोटे बच्चों के हैं। कई बच्चे घरों में तफरी करते दि ो, कुछ का कहना था कि पहले स्कूल जाते थे, अब नहीं। कुछ ने बताया कि ये बच्चे ढोल बजाकर कुछ पैसा जुटा लेते हैं, एेसे में परिवार ाी उन्हें स्कूल की राह चलने के लिए दबाव नहीं बनाता।