भाणदा. छाणी पंचायत के घनोल स्थित रूटिया फले में दोपहर करीब एक बजे बिजली गिरने से नानू पुत्र बदा रूटिया की बेटी सपना, बेटा प्रकाश (20) व पत्नी सेजनदेवी (54) घायल हो गए। गांव के दौलतराम मीणा ने बताया कि तीनों को 108 एंबुलेंस से खेरवाडा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया। इनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई। बावलवाड़ा. दोपहर में एक बजे शुरू हुई मूसलधार पौन घंटे तक बनी रही। खेत-खलिहानों में पानी भर गया। कई खेतों में मक्का की फसल भी आड़ी पड़ गई। उधर, सोम नदी में पानी का बहाव बढ़ गया । लसाडिय़ा. उपखण्ड मुख्यालय पर हवा के साथ अपराह्न तीन बजे तेज बारिश हुई। आधे घंटे में सडक़ों पर पानी बहने लगा। फिर रुक-रुककर फुहार गिरती रही। बाजार में एकाएक वीरानी छा गई। कालीभींत, टटाकिया, ओवरा, धामनिया, घाटा, चित्तौडिय़ा में भी मूसलधार पानी बरसा। पाणुन्द. कस्बे सहित आसपास के गांवों में दिनभर उमस के बाद शाम को बादल छा गए तथा करीब 15 मिनट तक मूसलधार बारिश हुई। लूणदा. क्षेत्र में दोपहर 1.30 बजे तेज हवा के साथ करीब दस मिनट तक बरसात हुई।
बनोड़ा. एक घण्टे मूसलधार से सरणी नदी फिर पूरे वेग से बहने लगी। मोरीला पुल पर दो-दो फ ीट पानी बहने से करीब दो घण्टे मार्ग बाधित रहा। क्षेत्र के बोरज, मालपुर, ईसरवास, जाम्बूड़ा, करावली में भी जमकर
बादल बरसे।
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थाणा का संत सरोवर ओवरफ्लो
भाणदा. खेरवाडा क्षेत्र में दोपहर 1 बजे लगभग 25 मिनट तक बारिश हुई। सडक़ों पर पानी भर गया। संतसरोवर तालाब रविवार को ओवरफ्लो हो गया। तीन पंचायत थाणा, करावाड़ा, पहाड़ा की सीमा पर स्थित बड़ा तालाब क्षेत्र में पेयजल का का मुख्य स्रोत है। तालाब ओवरफ्लो होने की सूचना पर आस-पास के सैकड़ों लोग पहुंचे।
थाणा का संत सरोवर ओवरफ्लो
भाणदा. खेरवाडा क्षेत्र में दोपहर 1 बजे लगभग 25 मिनट तक बारिश हुई। सडक़ों पर पानी भर गया। संतसरोवर तालाब रविवार को ओवरफ्लो हो गया। तीन पंचायत थाणा, करावाड़ा, पहाड़ा की सीमा पर स्थित बड़ा तालाब क्षेत्र में पेयजल का का मुख्य स्रोत है। तालाब ओवरफ्लो होने की सूचना पर आस-पास के सैकड़ों लोग पहुंचे।
बारिश से उखड़ा नेशनल हाईवे, फैली कंकृीट
भाणदा. रतलाम-स्वरूपगंज नेशनल हाइवे नम्बर 927 ए पर बारिश से डामर उखड़ गया है। ग्रामीणों के अनुसार खेरवाड़ा से भाणदा तक मार्ग चार माह पहले डामरीकरण हुआ था। कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं होने से उखड़ गया है जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है। साथ ही मार्ग के दोनों तरफ पानी निकासी नहीं होने से मिटï्टी व कंकरीट जमा हो गई है। गजेन्द्र कलाल ने बताया कि मार्ग में जहां पुलिया बनाने की जरूरत है वहां पुलिया का निर्माण नहीं किया गया है। खेरवाड़ा से भाणदा के बीच जवाली मोड़ पर जवाली की पहाडिय़ों से आने वाले पानी ने डामर पूरी तरह से उखाड़ दिया है। ग्रामीणों ने जल्द मार्ग की फिर से मरम्मत कराने की मांग की।