scriptमां-दादी-नानी-बहन…अब बनी प्रसूता की सरकारी सखी, लेबर रूम से नहीं निकाल सकेंगे बाहर | Mother-grandmother-sister-in-law, Now the government's friends | Patrika News
उदयपुर

मां-दादी-नानी-बहन…अब बनी प्रसूता की सरकारी सखी, लेबर रूम से नहीं निकाल सकेंगे बाहर

– लेबर रूम में प्रसव के दौरान बैठेगी ‘प्रसव सखी’
– भावनात्मक जुड़ाव और पारदर्शिता के लिए प्रयास

उदयपुरMar 05, 2019 / 01:02 pm

Bhuvnesh

Pragnent woman

Pragnent woman

भुवनेश पण्ड्या/उदयपुर. प्रसूता के साथ अस्पताल जाने वाली मां, दादी, नानी, चाची, ताई, बहन या ननद को अब अस्पताल प्रशासन लेबर रूम से बाहर नहीं निकाल सकेगा। सरकार ने इन्हें प्रसवसखी बना दिया है, जो लेबर रूम में नियमानुसार अब मौजूद रह सकेंगी। सरकार की मंशा है कि प्रसव के समय केवल चिकित्सा स्टाफ नहीं रहे बल्कि प्रसूता के परिवार की एक महिला उसके साथ बैठें। इसमें यह शर्त जरूर है कि सखी विवाहित हो ताकि विपरीत परिस्थिति में वह सहयोग कर सकें।
READ MORE : शराब की दुकानों की लॉटरी आज, आवेदन शुल्क से सरकार के खजाने में आए 1 हजार करोड़ से ज्यादा …

जिले में फिलहाल 81 प्रसव पाइन्ट

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक 81 प्रसव केन्द्र ऐसे हैं जहां प्रसव होता है। गत दिनों जिला कलक्टर ने आदेश जारी किए हैं कि प्रत्येक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रसव होना चाहिए, बेहतर लेबर रूम होना चाहिए। हालांकि इस दिशा में महज कागजी कार्रवाई के बात आगे नहीं बढी।
——
ये भी है नई गाइड लाइन
– प्रत्येक लेबर रूम साफ सुथरा हो।

– सभी में बेहतर प्रकाश व हवा की सुविधा हो।
– सभी जरूरी साधन उपलब्ध हो, जो प्रत्येक प्रसव के बाद स्टरलाइज किए जाए।
– सफाईकर्मी संभवत: महिला हो, यदि महिला उपलब्ध नहीं है तो विकल्प तलाशे जाए।
– हर प्रकार की जरूरी दवाइयां उपलब्ध हो।

– बायोमेडिकल वेस्ट का संधारण नियमानुसार किया जाए, इधर-उधर फेंका नहीं जाए
– चिकित्सक व स्टाफ रात को वहां निवासरत हो।
——

ये है असल हाल

जिले में प्रसव पाइन्ट केवल 81 है, जबकि उप स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की संख्या 753 है।
सीएचसी- 28

पीएचसी- 97

उप स्वास्थ्य केन्द्र -628
—-

अब प्रसव सखी प्रत्येक प्रसव के दौरान लेबर रूम में रहेगी, उसे कोई बाहर नहीं निकाल सकता। प्रसव सखी प्रसूता के परिवार की कोई महिला भी हो सकती है। विभाग प्रयास कर रहा है कि प्रत्येक केन्द्र पर प्रसव सुविधाएं शुरू हो जाए। – डॉ दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ उदयपुर

Home / Udaipur / मां-दादी-नानी-बहन…अब बनी प्रसूता की सरकारी सखी, लेबर रूम से नहीं निकाल सकेंगे बाहर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो