READ MORE: पत्रिका की पड़ताल पर सामने आया कानून का ये सच, अनिवार्य शिक्षा के घूंघट के पीछे की ये है कड़वी सच्चाई, देखें वीडियो किसी एजेंसी ने नहीं किया सर्वे अभियान के कार्य जहां-जहां किए गए हैं, वहां जल स्तर कितना बढ़ा है, इसके बारे में भूजल विभाग अथवा किसी भी ऐसी विश्वसनीय एजेंसी ने अभी तक कोई सर्वे रिपोर्ट जारी नहीं की है। ऐसे में अधिकारियों के दावे कितने विश्वसनीय है, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है।
READ MORE: video : यहां गायों के साथ खेलते हैं ये मजेदार खेल, बछड़़े़े गोद में उठाए भागते हैं ग्वाले, पीछे-पीछे दौड़ती हैं गायें ऐसा होना चाहिएपिछली गर्मियों में गांवों के कुओं में पानी का जलस्तर क्या था, उसकी तुलना आने वाली गर्मियों में पानी का जलस्तर मापकर होगी। कुछ समय पहले ही वर्षा का दौर खत्म हुआ है। ऐसे में गोगुन्दा के पहाड़ी क्षेत्रों में एनीकट व नाडिय़ों में भरा पानी दिखाकर अधिकारी दावे कर रहे हैं कि जलस्तर कम से कम डेढ़-दो फीट बढ़ गया। मगर गर्मियों में ही पता चलेगा कि जहां पानी नहीं था, वहां कितना पानी रुका है। जलस्तर कितना बढ़ा है अथवा बढ़ा ही नहीं।