READ MORE : सीमा पर तनाव से कई तरह के अटकलें, उदयपुर के आसमान में मंडराएं मिग-27 और सुखोई काफी तलाश पर भी वह नहीं मिला। इस संबंध में अम्बामाता थाने में मामला दर्ज किया गया था। आरोपी के बारे में मुखबिर से सूचना मिलने पर हिरणमगरी थानाधिकारी डॉ.हनवंतसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में एएसआई हमेरलाल, हेडकांस्टेबल विक्रमसिंह, कांस्टेबल देवेन्द्र व उपेन्द्र ने आरोपी मोहन कालबेलिया को लकड़वास में उसके ससुराल से धरदबोचा।
गौरतलब है कि आरोपी मोहन कालबेलिया ने अपने साथी भूरा उर्फ भूरीया व लालूराम के साथ मिलकर गत 4 मई 2015 को साकरोदा (प्रतापनगर) में उदीबाई पत्नी गोवर्धन लोहार की धारदार हथियार से पैर काट कर हत्या के बाद चांदी के कड़े निकाल लिए थे। मामले में उम्रकैद की सजा के बाद से मोहन कालबेलिया केन्द्रीय कारागार में सजा भुगत रहा था।