गांधीनगर मल्लातलाई निवासी गजेन्द्र छापरवाल घटना वाले दिन अपने मित्र राहुल तंबोली के साथ बाइक पर था। उसका भाई कुछ आगे स्कूटर पर चल रहा था। तभी बाइक पर आए इन युवकों ने गजेन्द्र की बाइक को रुकवाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। अब तक जांच में स्पष्ट हुआ कि मौके पर दो पिस्टल से फायर किया गया। इसी कारण से एक साथ चार से पांच गोली चली। दो गोली तो चिकित्सकों ने मृतक गजेन्द्र के शरीर से निकाली। गौरतलब है कि मृतक के भाई महेन्द्र छापरवाल ने रिपोर्ट मेंं सुनील उर्फ बंटी के अलावा दीपक, रमेश, रजनीश व बीना लोट को नामजद किया। पुलिस अभी इनकी लिप्तता की जांच में जुटी है।
READ MORE : video : उदयपुर में लड़की को छेड़ने का अंजाम मनचले को कुछ ऐसे भ्ाुुुगतना पड़ा.. भीड़ ने किया ये हाल..वीडियो हुआ वायरल संभवत: ढाई माह से कर रहा था रैकी
परिजनों ने रिपोर्ट में स्पष्ट बताया था कि ढाई साल पहले विनोद लोट की हत्या के बाद से उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थी। ढाई माह पहले गजेन्द्र छापरवाल के जेल से बाहर आने के बाद परिजन उसे अकेला घर से बाहर नहीं निकलने दे रहे थे। उन्हें कहीं न कहीं हत्या का भय था। संभवत: ऐसी स्थिति में आरोपी सुनील ने भी गजेन्द्र पूरी रैकी की। इस काम के लिए उसने मल्लातलाई व उसके आसपास के क्षेत्र के ही युवकों को पैसों का लालच देकर अपने साथ शामिल किया। लगातार रैकी के साथ पूर्व नियोजित तरीके से हत्या का अंजाम दिया। अब तक घटनास्थल की तस्दीक, सीसीटीवी फुटेज, पूछताछ व तकनीकी कारणों से स्पष्ट हुआ कि घटनास्थल पर दो बाइक पर छह जने आए थे। एक बाइक पर सवार तीन युवकों में से दो ने फायर किया। घटनाक्रम के दौरान सुनील उर्फ बंटी भी आसपास ही रहा।
मारना ही मकसद आरोपियों ने जिस तरह से गजेन्द्र छापरवाल पर फायरिंग की, उससे स्पष्ट है कि उसका मकसद हत्या करना ही था। इसी कारण से मौके पर एक नहीं बल्कि दो-दो पिस्टल से चार से पांच फायर हुए। फायरिंग के दौरान कोई पिस्टल अटक भी जाए जिससे दूसरी पिस्टल भी साथ रही। पुलिस इस अनसुलझी पूरी कहानी को सुलझाने में लगी है।