ऋषभदेव थानाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि होली के एक दिन पहले 8 मार्च को घोड़ीफला निवासी हाजा मीणा के पुत्र दशरथ, रमेश व प्रकाश तीनों पड़ोस में ही रहने वाले अपने काका के पुत्र बंशीलाल पुत्र रामजी के घर पहुंचे। वहां हो-हल्ला करते हुए पथराव कर दिया। बंशीलाल (42) पुत्र रामजी मीणा व उसकी पत्नी लक्ष्मी (40) बाहर निकलकर आई तो आरोपियों की मां सविता, उनकी पत्नी मंजू व माया वहां आए गए। उन्होंने पथराव के साथ ही आरोपियों पर चाकू से वारकर दिए। बीच बचाव करने आए बंशी के पिता रामजी व उसकी पत्नी पर चाकू से वार कर दिया। कुछ ही देर में मौके पर अन्य लोग आ गए तो आरोपी वहां से भाग छूटे। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को ऋषभदेव चिकित्सालय पहुंचाया जहां लक्ष्मी ने दम तोड़ दिया। अन्य घायलों की भी हालत गंभीर होने पर उन्हें उदयपुर एमबी चिकित्सालय रेफर किया गया जहां बंशीलाल की भी सोमवार को मौत हो गई। अभी बंशी के मां-पिता अस्पताल में ही उपचारत है। इधर, पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का मामला दर्ज आरोपी सविता, मंजू व माया को गिरफ्तार किया। दशरथ, रमेश व प्रकाश अभी फरार है।
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आए दिन होते थे झगड़ा
पुलिस ने बताया कि मृतक बंशीलाल के पिता के चार भाई थे। एक भाई मरताराम के कोई औलाद नहीं होने पर उसकी मौत के बाद उसके हिस्से की जमीन बंशीलाल के पिता रामजी के हिस्से में आई। आरोपी इसी जमीन में अपना हिस्सा भी मांग रहे थे। इसके अलावा आरोपी मंजू की शादी पहले मृतक बंशी के परिवार में हुई थी, उसके पति की मौत होने पर दशरथ ने उसे नाते ले गया। घर की बहू से नाता करने पर इन परिवारों में झगड़ा चल रहा था। इसको लेकर ये पूर्व में भी कई बार झगड़े।
पुलिस ने बताया कि मृतक बंशीलाल के पिता के चार भाई थे। एक भाई मरताराम के कोई औलाद नहीं होने पर उसकी मौत के बाद उसके हिस्से की जमीन बंशीलाल के पिता रामजी के हिस्से में आई। आरोपी इसी जमीन में अपना हिस्सा भी मांग रहे थे। इसके अलावा आरोपी मंजू की शादी पहले मृतक बंशी के परिवार में हुई थी, उसके पति की मौत होने पर दशरथ ने उसे नाते ले गया। घर की बहू से नाता करने पर इन परिवारों में झगड़ा चल रहा था। इसको लेकर ये पूर्व में भी कई बार झगड़े।