भजन संध्या का आगाम पधारो विनायक म्हारे घर में पधारो… से हुआ। भजन संध्या में कलाकारों की उम्दा प्रस्तुतियों ने श्रोताओं का मन मोह लिया। देर रात तक कलाकारों ने धार्मिक व फिल्मी गीतों पर एक से बढकऱ एक भजनों की प्रस्तुतियां दी। भामाशाहों का सम्मान हुआ। मंच संचालन संजू चौबीसा ने किया।
पशुओं की खरीदी जोरों पर
मेले में आस-पास के लोगों ने खूब खरीदारी की। मेले में गाय, भैंस, बैल आदि मवेशियों की आवक अभी भी जारी है। इधर, मेले में पशुओं की खरीद जोरों पर है। पशु व्यापारी कालूलाल लोहार ने बताया कि तीसरे दिन जालोर के मुर्रा नस्ल की भैंस 91 हजार में बिकी। यह भैंस दोनों वक्त 14 लीटर दूध देती है। इसे भैरूलाल पाटीदार, कानोड़ ने खरीदा। दूसरी भैंस 66 हजार में मूर्रा नस्ल की गेहरूलाल पाटीदार ने खरीदी। अभी तक मेले में 40 भैंसें बिक चुकी हैं, जिनकी कीमत 75 हजार से लगाकर 1.20 तक की थीं।
मेले में आस-पास के लोगों ने खूब खरीदारी की। मेले में गाय, भैंस, बैल आदि मवेशियों की आवक अभी भी जारी है। इधर, मेले में पशुओं की खरीद जोरों पर है। पशु व्यापारी कालूलाल लोहार ने बताया कि तीसरे दिन जालोर के मुर्रा नस्ल की भैंस 91 हजार में बिकी। यह भैंस दोनों वक्त 14 लीटर दूध देती है। इसे भैरूलाल पाटीदार, कानोड़ ने खरीदा। दूसरी भैंस 66 हजार में मूर्रा नस्ल की गेहरूलाल पाटीदार ने खरीदी। अभी तक मेले में 40 भैंसें बिक चुकी हैं, जिनकी कीमत 75 हजार से लगाकर 1.20 तक की थीं।
इन भामाशाहों का सम्मान देवनाथ हिंता, प्रकाश चंद्र मेनारिया सालेड़ा, मावधलाल जाट सग्रामपुरा, बंशीलाल पुष्कणा खेरोदा, रामचंद्र जाट संग्रामपुरा, चुन्नीदास लीमड़ी, राजेश वया कुंथवास, दौलतराम लोहार लीमड़ी, जगदीश अहीर लीमड़ी, लालशंकर अहीर लीमड़ी, मोहनलाल गाच्छा भींडर आदि भामाशाहों का सम्मान हुआ।
मेले में भीड़ तीसरे दिन पशुओं के शृंगार, मनिहारी, टेंट, बर्तन, ऊनी कपड़े, चाट-पकौड़ी सहित दैनिक जरूरत के सामानों की दुकानों पर मेलार्थियों की भीड़ रही। पंचायत की तरफ से व्यापारियों के लिए पानी, बिजली की निशुल्क व्यवस्था की गई है। पंचायत और ग्रामीणों के सहयोग से 17 नवम्बर तक चलने वाले मेले में हर दिन अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे हैं।