दरगाह के पगड़ीबन्ध कव्वाल नजीर नियाजी ने कलाम ‘तेरे कदमो पे लाई है किस्मत मुझे अब ये बिगड़ी बनाना तेरा काम हैÓ का नजराना किया। तीनों कव्वाल पार्टियों ने हजरत अमीर खुसरो का लिखा ‘आज रंग है री मांÓ पढ़ा। सैकड़ों जायरीन शामिल हुए। अय्यूब के नेतृत्व में चादर पेश की गई। कुल की फातिहा ‘हजरत सुब्हानी मिया और हाफिज तौकीर रजाÓ ने पढ़ी।