—- बच्चों को यह लिखास्कूलिंग का मतलब सिर्फ बोर्ड परीक्षाएं नहीं हैं। मैं अपने दोस्तों से कहना चाहूंगी, जिंदगी में कुछ भी करो लेकिन इतिहास बनाने से दूर रहना। अगली पीढ़ी तुम्हें माफ नहीं करेगी। गणित में मेरी हालत एलिस इन वंडरलैंड जैसी थी। केमिस्ट्री मेरे लिए कई अंग्रेजी अल्फ ाबेट और अरबी अंकों का मिश्रण थी, लेकिन बायोलॉजी ऐसा विषय था जो मुझे जिज्ञासु बनाता था। ये विषय इतना पसंद था कि मैं रेड ब्लड सेल्स पर ऑटोबायोग्राफ ी लिख देती थी। ये मेरे लिए आर्ट रूम की तरह था। आप 21वीं सदी के बच्चे है। आपको नौकरी देने वालों को शायद स्कूल में मिले आपके अंकों से फ र्क न पड़े। बल्कि वे ये जानना चाहेंगे कि आप कितने रचनात्मक व सृजनशील हैं। आप कड़ी मेहनत करने में सक्षम हैं या नहीं। ईमानदार, अच्छे नागरिक, मुश्किलों का समाधान ढूंढने और टीम का हिस्सा बनने में सक्षम हैं या नहीं। इसलिए अपने पूरे ज्ञान और क्षमता के साथ आगे बढ़ें। अपनी चिंताओं को खत्म करें। कड़ी मेहनत करें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
—– माता-पिता को पत्र माता-पिता को उन्होंने बच्चे की परीक्षा से पहले कई बातों का ख्याल रखने की सलाह दी है। आप अपने बच्चे को सशक्त बनाने का अनुरोध करते हैं। यह सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा आपके रॉक-सॉलिड में वह आत्मविश्वास विकसित करे जिससे उसे कभी निराश नहीं हो। आपके मजबूत समर्थन के साथ हमें यकीन है कि आपका बच्चा अपनी बोर्ड परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। बच्चे को उसके भविष्य के बारे में तनाव को उसके वर्तमान पर हावी न होने दें। अपने बच्चों को आशीर्वाद दें।