महापौर जीएस टांक ने कहा कि ठेला व्यवसायियों से होने वाली समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जाएगा। जिनके पास लाइसेंस हैं उनके ठेले के लिए निर्धारित रंग तय किया जाएगा जिससे पहचान हो सके। उन्होंने समाजों के नोहरों को भी पार्किंग लाइसेंस देने की योजना बताई और कहा कि समाज इस बात पर विचार करे कि नोहरों को खाली वक्त के समय पार्किंग के लिए उपयोग में लिया जा सके।[typography_font:14pt;” >मुकेश हिंगड़ / उदयपुर. व्यापारियों की समस्याओं को लेकर बुधवार को एक बैठक हुई जिसमें नगर निगम व यातायात पुलिस के अधिकारियों ने भाग लिया। व्यापारियों ने अपना दर्द रखा तो अधिकारियों ने भी व्यापारियों को सडक़ सीमा में अतिक्रमण व वाहनों को रखने को लेकर सहयोग करने की बात कही। उदयपुर के उप महापौर पारस सिंघवी ने कहा कि 10 मिनट में ठेला हटाया जाता है और 10 मिनट के अंदर ही उसी जगह वापस लग जाता है और आश्चर्य की बात है कि जब ठेला लगता है तब पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद रहता है। चेम्बर ऑफ कामर्स उदयपुर संभाग के बैनरतले तीज का चौक स्थित माहेश्वरी सेवा सदन में हुई बैठक में व्यापारियों ने अपनी परेशानियां सामने रखी। उप महापौर सिंघवी ने कहा कि उदयपुर झीलों की बजाय ठेलों का शहर दिखने लगा है। देहलीगेट से लेकर तीज का चौक तक खड़े रहने वाले ठेले वालों को पुलिसकर्मियों की शह देने का आरोप त लगाया। उन्होंने कहा कि दस मिनट पहले ठेलों को हटाया गया और दस मिनट बाद ठेले वहीं आ डटे और पुलिसकर्मी उनके साथ खड़े नजर आए। सिंघवी ने कहा कि एक व्यापारी सरकार को टैक्स देता है, नियमों का पालन करता है और उसकी दुकान के आगे खड़े ठेला व्यवसायी खड़े हो जाते है। उन्होंने कहा कि एक ठेले वाले के खिलाफ अदालत से व्यापारी जीत कर आया लेकिन वह ठेले वाला आज तक नहीं हटा। इस बीच यातायात पुलिस उपाधीक्षक सुधा मालावत ने कहा कि यातायात के विषय पर बाद में बात करेंगे और समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा। ठेला व्यवसायियों की समस्या पर निगम आयुक्त अंकित कुमार ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स के भी नियम हैं, जिन्हें ध्यान में रखते हुए ही कार्रवाई की जाएगी, कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। इस अवसर पर चेम्बर कार्यकारी अध्यक्ष हिम्मत बडाला, महामंत्री राजमल जैन तुलसीराम अग्रवाल, जानकीलाल मूंदड़ा, अंबालाल बोहरा, दिनेश चावत, सुखलाल साहू, सुभाष मेहता, हरीश चावला, चेम्बर के प्रचार प्रसार मंत्री राकेश जैन आदि ने विचार रखे। व्यापारियों ने ये मुद्दे उठाए– सिंधी बाजार व्यापार मंडल के आलोक पगारिया ने कहा कि गूगल मेप जगदीश चौके से सूरजपोल तक का शॉर्टकट का मार्ग बड़ा बाजार, सिंधी बाजार व धानमण्डी होते हुए बताता है जबकि यहां गाडिय़ां फंस जाती है। सिंधी बाजार में दुकानदारों ने चबुतरियां किराए दे दी है जिस पर अंकुश लगाया जाए।– घंटाघर के व्यापारी गणेश डागलिया ने कहा कि व्यापारियों को विश्वास में लेकर कार्रवाई होनी चाहिए, पार्किंग स्थल विकसित करने की जरूरत है। घंटाघर पर पुलिस की गाडिय़ां भी आड़ी-तिरछी खड़ी कर दी जाती हैं, पीली लाइनफिर से बनाई जाए।– होलसेल गोल्ड एसोसिएशन के यशवंत आंचलिया ने कहा कि हाथीपोल के अंदर दुकानें दो-दो फीट सडक़ पर आ गई है, बड़ा बाजार में भी यही हाल है, इसे ठीक करना होगा।– बड़ा बाजार व्यापार मंडल के अजय पोरवाल ने कहा कि ठेला व्यवसायियों को व्यवस्थित किया जाए और व्यापारी अपने वाहन निर्धारित पार्किंग में रखें तो बाजार में जगह उपलब्ध हो जाएगी।– हाथीपोल व्यापार मंडल से अशोक परिहार ने कहा कि हाथीपोल सब्जी मण्डी का भवन है लेकिन व्यापारी सडक़ पर बैठते हैं, मंडी में गरदुल्लों का राज है। – व्यापारी ब्रजलाल सोनी ने कहा कि तीज का चौक सब्जी मंडी में टोपले रखने की होड़ में ग्राहकों के चलने की जगह नहीं बचती।– व्यापारी वीरेन्द्र जैन ने कहा कि देहलीगेट पुलिस कंट्रोल रूम के पास का इलाका सब्जी मंडी बन गया है, क्या वह अतिक्रमण की श्रेणी में नहीं आता है।– अश्विनी बाजार व्यापार संघ के जयेश चम्पावत ने कहा कि सिर्फ व्यापारी को टारगेट नहीं किया जाना चाहिए, अश्विनी बाजार में आधी सडक़ पर निर्माण सामग्री पड़ी है उसका क्या समाधान है।– कृषि मंडी के बसंतीलाल कोठीफोड़ा ने कहा कि ठेले वालों को पुलिस के सिपाही ही शह दे रहे हैं। देहलीगेट पार्किंग में नीचे कुछ गाडिय़ां स्थायी खड़ी कर दी गई हैं, दूसरों के लिए जगह ही नहीं है।– ऑटोमोबाइल डीलर शब्बीर के मुस्तफा ने कहा कि बड़ा बाजार, बापू बाजार, देहलीगेट आदि भिण्डी बाजार हो गए हैं, ठेलों को हटाना चाहिए। सुखाडिय़ा सर्कल पर पर्यटकों को भिक्षावृति वाले परेशान कर रहे है।– होटल एसोसिएशन के सुदर्शन सिंह कारोही ने कहा कि जाड़ा गणेशजी क्षेत्र में वन-वे की व्यवस्था को सख्ती से दुरुस्त करने की जरूरत है। साथ ही साइन बोर्ड भी लगाए जाएं ताकि पर्यटकों को जानकारी मिल सके।