. सरकार द्वारा प्रस्तुत परिवर्तित बजट 2019 में सड़कों पर घूमते पशुओं की समस्या से निजात पाने के लिए प्रत्येक पंचायत समिति पर नन्दीशालाएं स्थापित करने की घोषणा की गई थी। प्रत्येक जिले में एक नंदी गोशाला को गो संरक्षण एवं संवद्र्धन निधि से अनुदान देने की घोषणा की गई थी।
– सरकार ने गोशालाओं को अधिक सम्बल प्रदान करने के लिए अनुदान राशि छोटे व बड़े पशुओं के लिए क्रमश: 16 व 32 रुपए से बढ़ाकर 20 व 40 रुपए की। पात्र गोशालाओं में संधारित बड़े गोवंश के लिए 40 रुपए तथा छोटे गोवंश के लिए 20 रुपए प्रतिदिन की दर से अधिकतम 180 दिवस की सहायता राशि देने का प्रावधान है।
– वर्तमान में प्रदेश में कुल 2788 पंजीकृत गोशालाएं हैं।
नंदी गोशाला जन सहभागिता योजनान्तर्गत गो संरक्षण एवं संवद्र्धन निधि नियम 2016 द्वारा सृजित निधि से कुल 7 जिलों हनुमानगढ, बाड़मेर, दौसा, करौली, पाली, भरतपुर एवं झुंझुनंू जिले में नंदी गोशालाओं के निर्माण के लिए राशि जारी की गई है।
वित्तीय वर्ष 2019.20 में वित्त विभाग राजस्थान सरकार द्वारा निदेशालय गोपालन को आवंटित बजट एवं व्यय क्रम संख्या. कार्य- बजट आवंटन- व्यय
1- गोशालाओं को अनुदान- 47200.00- 45854.00 2- गोशालाओं नंदी गोशालाओं में आधारभूत परिसम्पत्तियों के निर्माण-1696.45. 00
3- आरक्षित कोष- 1850.00- 1067.39
उदयपुर जिले में 18 गोशालाएं हैं श्री पशुपति कल्याण गोशाला बलीचा नेशनल हाईवे 8
श्री नागेश्वर पाŸवनाथ गोशाला बांसड़ा भीण्डर महावीर जैन गौशाला संस्थान उमरणा सायरा
श्री कृष्ण महावीर गोरक्षा समिति फ तहनगर मावली
गो सेवा समितिए सार्वजनिक गोशाला अशोक नगर श्री आदिनाथ पशु रक्षा संस्थान कानोड़ तहसील वल्लभनगर
ईडाणा माताजी गो सेवा समिति ईडाणा सलूम्बर श्री बोहरा गणेश मंदिर गोशाला उदयपुर
श्री कृष्ण महावीर गो सेवा संस्थान मावली
श्री गोकुल गोशालाए पानेरियों की मादडी हॉल विजनवास मावली श्री पाŸवनाथ गोशाला ट्रस्ट कदमाल
नगर निगम द्वारा संचालित काईन हाउस तितरड़ी श्री मांगबाई मनोहरलाल सरूपरिया गोशाला सुरों का फ ला
विश्वेश्वर गोशाला गोगुन्दा
श्री बालासर गोशाला समिति धोलगिर खेड़ा सलूम्बर