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National sub junior boxing Competition की रिंग में बेटियों ने दिखाया दम, साबित किया नहीं हैं किसी से कम

locationउदयपुरPublished: Oct 09, 2017 10:22:15 am

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Krishna

उदयपुर . राष्ट्रीय सब जूनियर महिला प्रतियोगिता रविवार को मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के मल्टीपरपज इंडोर हॉल में शुरू हुई।

National sub junior boxing Competition in udaipur
उदयपुर . इंडियन एम्च्योर बॉक्सिंग फेडरेशन की मेजबानी में राष्ट्रीय सब जूनियर महिला प्रतियोगिता रविवार को मोहनलाल सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के मल्टीपरपज इंडोर हॉल में शुरू हुई। इसमें बेटियों की फुर्ती, हुक, पंच, काउंटर अटैक देखकर लोग ताली बजाते नजर आए। पहले दिन 4 मुकाबले हुए जिनमें झारखंड, महाराष्ट्र, मेघालय और आंधप्रदेश की खिलाडिय़ों ने जीत दर्ज की। प्रतियोगिता में 22 राज्यों की 125 महिला बॉक्सर भाग ले रही हैं। चार मुकाबलों में ही बेटियों ने रिंग दिखा दिया कि किसी भी मायने में किसी से कम नहीं होती हैं।

पहले दिन ए-9 कैटेगरी 44 से 46 किलोग्राम के मुकाबले हुए। झारखंड की रेखा कुमारी ने वेस्ट बंगाल की मुस्कान को, महाराष्ट्र की अंशु ने गोवा कि सुषमा को, मेघालय की कॉफी ने दिल्ली की गिरिजा नेगी को हराया। पहले दिन के सबसे रोचक मुकाबले में आंध्रप्रदेश की पी. कर्माकर ने तेलंगाना की कोनगा सथवीमा को हराया।
National sub junior boxing Competition in udaipur
 

राजस्थान की कला संस्कृति के बिखरे रंग
उद्घाटन समारोह में छात्राओं ने राजस्थानी गीतों पर लोकनृत्य प्रस्तुत किए। केसारिया बालम पधारो म्हारे देश… से 22 राज्यों की टीमों का अभिनंदन किया गया। समारोह में सांसद अर्जुन लाल मीणा, संरक्षक प्रो. विजय श्रीमाली, आयोजन अध्यक्ष केजी मंूदड़ा, सचिव दीपेंद्र सिंह चौहान, जनजाति आयोग की अध्यक्ष प्रकृति खराड़ी, मुख्य प्रायोजक एक्मे ग्रुप ऑफ कम्पनीज के निर्मल जैन, हीरो मोटर्स के शब्बीर के. मुस्तफा, सरस्वती कॉलेज ऑफ नर्सिंग के गिरीश शर्मा, विवेकानंद ग्रुप ऑफ कॉलेज के वसीम खान, रामचंद्र सालवी सहित आईएबीएफ के पदाधिकारी बतौर अतिथि उपस्थित रहे। संचालन डॉ. हेमराज चौधरी ने किया।

देश के लिए लाना है ओलम्पिक मैडल
प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों से आई बॉक्सिंग प्रतिभाओं का एक ही सपना है कि आलंपिक में देश के लिए मैडल लाएं। हिमाचल प्रदेश की दीपिका ने बताया कि दूसरी बार नेशनल टूर्नामेंट में भाग ले रही है। नेशनल तक पहुंचने के लिए कड़ा अभ्यास किया। दीपिका ओलंपिक में देश के लिए मैडल जीत कर अपने माता-पिता और देश का नाम रोशन करना चाहती है।
National sub junior boxing Competition in udaipur
 

परिवार करता है पूरा सहयोग
हरियाणा की अंशु ने बताया कि जमाना बदल गया है। नेशनल तक पहुंचने के लिए उसने कड़ी मेहनत की तो परिवार का भी पूरा सहयोग मिला है। हरियाणा की महिला खिलाड़ी विभिन्न खेलों में प्रदेश का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रही हैं। अंशु का कहना है कि गलत हैं वो लोग जो बेटियों को खेलने से रोकते हैं। बेटी हो या बेटा अगर उसमें खेल प्रतिभा है तो उसे प्रोत्साहन मिलना चाहिए।

हर बेटी मैरीकॉम और सायना नेहवाल
पश्चिम बंगाल की मुस्कान ने मानना है कि देश की हर बेटी मैरीकॉम और सायना नेहवाल है। आज इस आयोजन मे सैकड़ों मैरीकॉम हैं। देश की बेटियां अब अंतरराष्ट्रीय मैडल जीत कर देश का नाम रोशन कर रही हैं। खेल का संबंध प्रतिभा और क्षमता से होता है बेटे या बेटी से नहीं। जो जीतता है वह खिलाड़ी होता है.
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