आबकारी नीति के नवीनीकरण में प्रति वर्ष लाइसेंस फीस बढ़ाकर विशुद्ध रूप से एक हजार करोड़ रुपए कमाने वाले विभाग ने सरकार बदलते ही बंदोबस्त के लिए नए सिरे से आवेदन मांगे हैं। बिना अमानत राशि वाले आवेदन की प्रक्रिया में नॉकआउट सिस्टम से विभाग को ज्यादा आवेदन आने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में विभाग ने कुछ छूट देने के साथ आवेदन की अन्तिम तिथि दो दिन बढ़ाई है।
शराब का प्रचार किए बिना सरकार ने कारोबारियों का फायदा पहुंचाने के लिए इस बार 90 मिली के प्लास्टिक पाउच को मंजूरी दी है। इस छोटे पैक की बिक्री से पियक्कड़ भी बढ़ेंगे। सरकार ने मद्यनिषेध की नीति बनाते हुए शराब महंगी की लेकिन इसकी रोकथाम के बजाए छोटे पैक उपलब्ध करवाकर पियक्कड़ों की मौज कर दी है।