——
आदेश हुए जारी जिला स्तर पर जिला प्रोफाइल, खंड स्तर पर खंड प्रोफाइल, मेडिकल कॉलेज प्रोफाइल, कोविड संस्थान, जिसमें जिला चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय, सैटेलाइट चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर प्रोफाइल बनेंगे। इसे लेकर शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने आदेश जारी किए है।
——-
आदेश हुए जारी जिला स्तर पर जिला प्रोफाइल, खंड स्तर पर खंड प्रोफाइल, मेडिकल कॉलेज प्रोफाइल, कोविड संस्थान, जिसमें जिला चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय, सैटेलाइट चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर प्रोफाइल बनेंगे। इसे लेकर शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने आदेश जारी किए है।
——-
प्रोफाइल में होगी जानकारियां
जिला स्तर पर बनने वाली प्रोफाइल में सीएमएचओ व कंट्रोल रूम प्रभारी की पूरी जानकारी, जिले में मौजूद मेडिकल सुविधाएं जैसे मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी की संख्या, कुल बेड, जिसमें ऑक्सीजन व उपलब्ध बेड, बड़ों व बच्चों के लिए अलग-अलग स्वीकृत व उपलब्ध बेड, वेंटिलेटर बेड की संख्या। बच्चों के लिए पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इन्टेंसिव केयर यूनिट), एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट) व एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) के लिए स्वीकृत व उपलब्ध बेड की संख्या की जानकारी रहेगी। साथ ही उपलब्ध ऑक्सीजन प्लांट, जिसमें एलएमओ, पीएसए प्लांट की जानकारी लिखनी होगी। कुल ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दस लीटर व पांच लीटर, जिनमें से कितने शुरू है, कितने बंद इसमें डी व बी टाइप का भी उल्लेख किया जाएगा। यही नहीं, कितने बेड ऑक्सीजन लाइन से जोड़े हैं, ये भी अंकित होगा। ऑक्सीजन सिलेंडर फिलिंग व्यवस्था व संपर्क सूत्र, ऑक्सीजन के समीपस्थ अन्य प्लांट की जानकारी, ऑक्सीजन के लिए टेंकर की उपलब्धता, संपर्क सूत्र व मोबाइल नम्बर लिखे जाएंगे।
जिला स्तर पर बनने वाली प्रोफाइल में सीएमएचओ व कंट्रोल रूम प्रभारी की पूरी जानकारी, जिले में मौजूद मेडिकल सुविधाएं जैसे मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी की संख्या, कुल बेड, जिसमें ऑक्सीजन व उपलब्ध बेड, बड़ों व बच्चों के लिए अलग-अलग स्वीकृत व उपलब्ध बेड, वेंटिलेटर बेड की संख्या। बच्चों के लिए पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इन्टेंसिव केयर यूनिट), एनआईसीयू (नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट) व एसएनसीयू (स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट) के लिए स्वीकृत व उपलब्ध बेड की संख्या की जानकारी रहेगी। साथ ही उपलब्ध ऑक्सीजन प्लांट, जिसमें एलएमओ, पीएसए प्लांट की जानकारी लिखनी होगी। कुल ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दस लीटर व पांच लीटर, जिनमें से कितने शुरू है, कितने बंद इसमें डी व बी टाइप का भी उल्लेख किया जाएगा। यही नहीं, कितने बेड ऑक्सीजन लाइन से जोड़े हैं, ये भी अंकित होगा। ऑक्सीजन सिलेंडर फिलिंग व्यवस्था व संपर्क सूत्र, ऑक्सीजन के समीपस्थ अन्य प्लांट की जानकारी, ऑक्सीजन के लिए टेंकर की उपलब्धता, संपर्क सूत्र व मोबाइल नम्बर लिखे जाएंगे।
– मोबाइल यूनिट कितनी है, आरटीपीसीआर टेस्ट की क्या सुविधा है, आरआरटी कितने हैं।
– किस स्तर के चिकित्सक हैं, इसमें पिडियाट्रिक, फिजिशियन, ऑप्थालमोलोजिस्ट, इएनटी, गायनी, एनेस्थेटिक्स, सायकोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, पल्मोनोलॉजिस्ट कितने हैं। इसमें सरकारी व प्राइवेट दोनों की जानकारी रहेगी।
– किस स्तर के चिकित्सक हैं, इसमें पिडियाट्रिक, फिजिशियन, ऑप्थालमोलोजिस्ट, इएनटी, गायनी, एनेस्थेटिक्स, सायकोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, पल्मोनोलॉजिस्ट कितने हैं। इसमें सरकारी व प्राइवेट दोनों की जानकारी रहेगी।
– एंबुलेंस की स्थिति, इसमें बेस एम्बुलेंस, 104,108, क्रिटिकल केयर व प्राइवेट कितनी है।
– उपकरणों में वेंटिलेटर, पिडियाट्रिक वेंटी, बायपेप, बबल सीपेप, सीपेप व एचएफएनसी, एबीजी मशीन, रेडिएंट वार्मर, मल्टीपर मॉनिटर, इन्फ्यूजन पम्प, क्रेश कार्ट, प्रोर्टेबल एक्स-रे, इसीजी मशीन, सक्शन मशीन व पोर्टेबल यूएसजी मशीन की जानकारी रहेगी।
– उपकरणों में वेंटिलेटर, पिडियाट्रिक वेंटी, बायपेप, बबल सीपेप, सीपेप व एचएफएनसी, एबीजी मशीन, रेडिएंट वार्मर, मल्टीपर मॉनिटर, इन्फ्यूजन पम्प, क्रेश कार्ट, प्रोर्टेबल एक्स-रे, इसीजी मशीन, सक्शन मशीन व पोर्टेबल यूएसजी मशीन की जानकारी रहेगी।
– हर प्रकार की दवाओं की डिटेल, टेस्ट कौन कौन सी हो सकती है, इसकी जानकारी, जिसमें डी डायमर, आईएलसी, प्रोक्लेक्टोनिन व ट्रोपोनिन, सीआरपी, एलडीए, सीरम फेरेटिन की जांचों की सुविधा सरकार व प्राइवेट दोनों में देनी होगी।
– हर गतिविधि के नोडल ऑफिसर की पूरी जानकारी फोन नम्बर सहित।
– हर गतिविधि के नोडल ऑफिसर की पूरी जानकारी फोन नम्बर सहित।
– कोविड फेसिलिटी प्रभारी की जानकारी
– इसी प्रकार हर हॉस्पिटल की भी अलग-अलग विस्तार से जानकारी जाएगी। ——
प्रोफाइल तैयार करने का काम शुरू हमने प्रोफाइल तैयार करने का काम शुरू कर दिया है, इसे जल्द ही सरकार को उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि जरूरत पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। फिलहाल ये संभावित तीसरी लहर की तैयारी है, वर्तमान में हालात काबू में है, कोरोना पर हम जंग जीत रहे हैं, लेकिन हमें लापरवाह नहीं होना है, इसी को देखते हुए सरकार के निर्देश पर हम ये प्रोफ ाइल तैयार कर रहे हैं।
डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ, उदयपुर
– इसी प्रकार हर हॉस्पिटल की भी अलग-अलग विस्तार से जानकारी जाएगी। ——
प्रोफाइल तैयार करने का काम शुरू हमने प्रोफाइल तैयार करने का काम शुरू कर दिया है, इसे जल्द ही सरकार को उपलब्ध करवाया जाएगा ताकि जरूरत पर इसका इस्तेमाल किया जा सके। फिलहाल ये संभावित तीसरी लहर की तैयारी है, वर्तमान में हालात काबू में है, कोरोना पर हम जंग जीत रहे हैं, लेकिन हमें लापरवाह नहीं होना है, इसी को देखते हुए सरकार के निर्देश पर हम ये प्रोफ ाइल तैयार कर रहे हैं।
डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ, उदयपुर