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सात दिन से जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे नवजात आख‍िर हारा ज‍िंंदगी की जंग, अहमदाबाद ले जाते समय हुई मौत

locationउदयपुरPublished: Jul 13, 2018 03:18:42 pm

Submitted by:

madhulika singh

– जनाना हॉस्पिटल का मामला, परिजनों ने कहा, चिकित्सक सहित स्टाफ की लापरवाही का खमियाजा भुगता

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सात दिन से जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे नवजात आख‍िर हारा ज‍िंंदगी की जंग, अहमदाबाद ले जाते समय हुई मौत

उदयपुर. सात दिन से जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे नवजात ने बुधवार रात करीब 11 बजे उपचार के लिए अहमदाबाद ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। परिजनों ने बताया कि बच्चे की जान चिकित्सक और स्टाफ की लापरवाही से गई है, हमारे परिवार को इसका खमियाजा भुगतना पड़ा।
गौरतलब है कि प्रजापति नगर सुन्दरवास निवासी गायत्री प्रजापत के बेटा पैदा हुआ था। हालांकि प्रसव को लेकर प्रसूता को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी। इसे लेकर राजस्थान पत्रिका ने 12 जुलाई को ‘चिकित्सक की लापरवाही से बच्चे की जान खतरे’ में शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
अहमदाबाद जा रहे थे उपचार को

प्रजापत ने बताया कि नवजात की हालत ज्यादा खराब होने के कारण उसे अहमदाबाद में उपचार के लिए ले जा रहे थे। नवजात गत पांच जुलाई से ही बाल चिकित्सालय की नर्सरी में भर्ती था।
मैंने उन्हें ले जाने के लिए मना किया था। बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। तीन दिन वेंटिलेटर पर था, लेकिन बाद में चार दिन हमने उसे वेंटिलेटर से हटाकर ऑक्सीजन पर ले लिया था। बच्चा जब आया था तो बहुत सीरियस था। ऐसी स्थिति में बच्चे को बाहर ले जाना ठीक नहीं है।
डॉ सुरेश गोयल, विभागाध्यक्ष बाल चिकित्सालय उदयपुर

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करंट से मौत पर परिजनों का हंगामा
मावली (निप्र). वारणी के जावदा गांव में गुरुवार को करंट की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। परिजनों ने मावली सामुदायिक चिकित्सालय में जमकर हंगामा कर मुआवजे की मांग की। जानकारी के अनुसार जावदा निवासी रामलाल(50) पुत्र तेजा गायरी खेत में काम करते समय वह 11 हजार केवी लाइन के संपर्क में आ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। लोगों ने खेत में शव पड़ा देखा तो ग्रामीणों को सूचना दी। सरपंच पृथ्वीलाल गुर्जर सहित ग्रामीण मौके पर पहुंचे। मावली थाना पुलिस के द्वितीय थानाधिकारी कन्हैयालाल गुर्जर मौके पर पहुंचे। शव को मोर्चरी में रखवाया। ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार देर रात को कुएं पर विद्युत कनेक्शन के लिए विद्युत पोल लगाया गया था। जहां निगम और ठेकेदार की लापरवाही के कारण तार खुला छोड़ दिया गया। सुबह रामलाल खेत पर गया तो लाइन की चपेट में आ गया। इस पर रामलाल के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। निगम की ओर से मुआवजा मांगा। करीब 2 घण्टे परिजनों ने हंगामा करते हुए पोस्टमार्टम नहीं करने दिया। निगम एइएन पहुंचे और समझाइश की। एइएन ने भी ठेकेदार की गलती मानी। मुआवजे का आश्वासन दिया। फिर पोस्टमार्टम हुआ। मृतक के भाई ने निगम और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

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