निर्जला एकादशी पर सूर्योदय से सूर्यास्त तक महिलाएं रही निर्जल व्रत
उदयपुरPublished: Jun 03, 2020 05:39:17 pm
मेनार में पालकी में बिराजे ठाकुर जी नही निकले नगर भ्रमण पर
मेनार . निर्जला एकादशी मंगलवार को मनाई गई। 24 एकादशी में सबसे बड़ी एकादशी निर्जला पर महिलाओं ने निर्जल व्रत रखा । एकादशी पर व्रत रखने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन व्रत रखने वाले जातको ने सूर्योदय से सूर्यास्त तक जल ग्रहण नहीं किया। भगवान विष्णु को यह व्रत सबसे प्रिय है। निर्जला एकादशी पर मेनार कस्बे के ठाकुर जी मन्दिर में प्रतिमा का विशेष श्रंगार हुआ लेकिन कोरोना की वजह से जारी लॉकडाउन के चलते सदियों से चली आ रही परंपरा का निर्वहन इस बार नही किया इस बार ठाकुर जी की राम रेवाड़ी नही निकली। पुजारी द्वारा मन्दिर परिसर में ही पालकी रखकर ठाकुर जी विराजित कर पूजा अर्चना की गई। हर वर्ष की भांति इस बार गाँव मे ठाकुर जी की राम रेवाड़ी नही निकाली गई। मंदिर परिसर में भी पूजा अर्चना के दौरान पुजारी के अलावा समिति संख्या में दर्शनार्थी मौजूद थे। इधर भक्तों द्वारा घर से ही उपासना की गई । मन्दिर परिसर के यहां दीप प्रज्वल्लित कर मनोरथ कामना की गई। निर्जल व्रत रहने वाले जातकों ने देर शाम आरती के बाद जल ग्रहण एव प्रसाद से अपना व्रत खोला । निर्जल व्रत के अलावा भक्तों ने उपवास रखा। इधर ओंकारेश्वर चौक के यहां ठेलो पर आम फल की बिक्री अत्यधिक हुई। ग्रामीण सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मास्क लगाते हुए नजर आये ।