— अनलॉक में लगातार सामने आ रहे रोगी अनलॉक होने के साथ ही अब मरीजों की संख्या बेतहाशा बढऩे लगी है। उदयपुर में अब तक 784 मरीज संक्रमित सामने आ चुके हैं, वहीं विभाग को अब संख्या और भी बढऩे का अंदेशा है। अब तक 36400 सेंपल जांचे जा चुके हैं तो दूसरी ओर 662 रिकवर हो चुके हैं तो 635 डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। इसके बाद भी विभाग लगातार लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रहा है।
—— कोई भी आ सकता है चपेट में अब हालात ये है कि बाजार में निकले और सकर्त नहीं रहे तो कोरोना किसी को भी अपना शिकार बना सकता है, ऐसे में टेस्ट जरूरी है, तो डॉक्टरी पर्ची की जरूरत नहीं होगी। शुरुआत में उदयपुर में टेस्ट करवाने के लिए भी पहले स्क्रीनिंग करवाई जाती थी, स्क्रीनिंग में सामने आने के बाद ही यदि चिकित्सक सलाह देता तो ही टेस्ट होता था, लेकिन अब किसी को भी इसके लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है, वह उदयपुर में जहां-जहां रेंडम सेंपलिंग हो रही है, वहां पर जाकर अपनी जांच स्वैच्छा से करवा सकता है।
—– नई गाइडलाइन जारीहाल ही में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, आईसीएमआर ने सभी राज्यों को पत्र लिख कर निर्देश दिया है कि कोरोना जांच के लिए डॉक्टरी पर्ची की अनिवार्यता को तत्काल समाप्त किया जाए, राज्यों से कहा गया है कि बेवजह डॉक्टर से अनुमति लेने के चक्कर में सरकारी अस्पतालों में दबाव ज्यादा है, इस नियम की वजह से आम लोगों को कोरोना टेस्ट में देरी नहीं होनी चाहिए। आईसीएमआर ने आगे लिखा है कि राज्यों में सभी टेस्ट लैब्स को बिना डॉक्टरी पर्ची के भी जांच करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
—- उदयपुर में तो विभाग कई जगह रेंडम सेंपल करवा रहा है, लेकिन ये आदेश है कि अब किसी पर्ची की जरूरत के बगैर भी जांच हो सकेगी, ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो।
डॉ दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ उदयपुर