– हेल्प डेस्क 24 घंटे चलेगी, रजिस्टर में हर बात लिखी जाएगी। – हॉस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे आईसीयू, वार्ड व कोरिडोर में लगेंगे ताकि मरीजों की पूरी निगरानी रहे।
– फायर सेफ्टी की जांच पहले से कर ली जाए ताकि कोई डर नहीं रहे।
तय राशि से ज्यादा नहीं लें निजी हॉस्पिटल – निजी चिकित्सालयों को मरीजों से ज्यादा पैसा नहीं लेने व सरकार के निर्देश पर ही राशि लेने के सख्त निर्देश दिए गए। कुछ निजी हॉस्पिटल में ज्यादा बिलिंग होने की बात पर सामने आया कि ये राशि जांचों को लेकर ली जा रही है। कलक्टर ने जरूरत की जांचों को ही करने की बात कही। सरकार ने जो राशि तय की है उसी के अनुरूप बिल हो सकेंगे।
जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्राइवेट चिकित्सालय व सरकारी हॉस्पिटल के मेडिकल व नोडल ऑफिसरों ने हिस्सा लिया। जिला परिषद सीईओ डॉ. मंजू, सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी, आरएनटी प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल, एमबी अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन, डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉ. अक्षय व्यास, नोडल प्रभारी इएसआईसी डॉ.अंशुल म_ा सहित कई अधिकारी मौजूद थे।