चीन से उदयपुर. उदयपुर में पहले कोरोना पॉजिटिव आने वाले 15 वर्षीय किशोर मोहम्मद मोयब शेख की ताई उमाम रानी महाराणा भूपाल हॉस्पिटल के स्वाइन फ्लू व कोरोना वार्ड में कार्यरत नर्सिंग प्रभारी है। किशोर इनके साथ ही 13 लोगों के परिवार में रहता है। गत 21 मार्च को ये किशोर अपने दो दोस्तों मुनव्वर और साहिल के साथ इन्दौर से रेल से उदयपुर लौटा है। यह तीनों इन्दौर के दारूल उलूम में पढ़ते हैं। नर्सिंग प्रभारी ताई की बेटी भी 3 फरवरी को चीन के नानजिंग से लौटी है। सभी लोग एक ही घर में एक साथ रहते हैं। मल्लातलाई के रज्जा कॉलोनी में उनका परिवार निवासरत है।
—– नानजिंग मेडिकल विवि के प्रथम वर्ष में अध्ययनरत किशोर के ताऊ – ताई यानी नर्सिंग प्रभारी की 18 वर्षीय बेटी 3 फरवरी को चीन के नानजिंग शहर से लौटी है, यहां लौटने के बाद उसे 15 दिन आइसोलेशन में भी रखा गया था। हालांकि उसका स्वास्थ्य ठीक है। यह वहां नानजिंग मेडिकल विवि के प्रथम वर्ष में एमबीबीएस कर रही है।
—– पत्रिका से बातचीत में ताई ने बताया कि उसके पति अलख नयन हॉस्पिटल में कार्यरत हैं। वह लोगों के आंखों की जांच का कार्य देखते हैं, हालांकि फिलहाल बंद के कारण हॉस्पिटल का कार्य कई दिनों से बंद बताया जा रहा है।
– पॉजिटिव किशोर के पिता सिडलिंग स्कू ल के बच्चों की वेन चलाते हैं, स्कू ल बंद होने के कारण वह भी घर पर ही हैं, उसकी मां गृहणी है। उसकी एक16 वर्षीय बहन है।
– किशोर शेख का एक चाचा होमगाड्र्स में कार्यरत है। उसकी तीन बेटियां है, पत्नी गृहणी है। —- 21 मार्च को दारूल उलूम से लौटने के बाद में ये किशोर घर में ही था, वहीं उसकी ताई लगातार वार्ड में कार्यरत हैं, ऐसे में वहां हॉस्पिटल से आने व जाने सहित चिकित्सकों, स्टाफ कर्मियों का संपर्क हॉस्पिटल की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करता है।
—– फिलहाल 16 लोगों की स्क्रीनिंग व स्वाब टेस्टमहाराणा भूपाल हॉस्पिटल के कोरोना वार्ड में फिलहाल परिवार के 12 व इन दो बच्चों के चार परिजनों सेहित 16 लोगों की स्क्रीनिंग कर स्वाब टेस्ट लिए गए हैं। देर रात तक होमगाड्र्स में कार्यरत किशोर का चाचा लौटा नहीं था, इसलिए वह स्क्रीनिंग में शामिल नहीं हो पाया था, हालांकि चिकित्सा दल उससे लगातार संपर्क में जुटा था।