हाइवे के दोनोंं तरफ ‘पक्का नाला निर्माण’ की जरूरत मेनार के दोनोंं तालाब का हाइवे किनारे माल क्षेत्र में होने वाली बारिश का पानी ही मुख्य स्त्रोत है। ऐसे में हर साल इन कच्चे नालों की समय पर ना तो सफाई की जाती है और ना ही वर्ष भर में हुए अवरोध को समय पर हटाया जाता है। ऐसे में इन तालाबों पर प्रति वर्ष भराव को लेकर संकट छाया रहता है। ग्रामीण एव पक्षी मित्रोंं का कहना है की सड़क के दोनोंं तरफ अगर पक्के नाले का निर्माण कर दिया जाए तो हर वर्ष बारिश में होने वाली परेशानी हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। वहींं दोनोंं तालाबों में पानी आवक के मार्ग हमेशा के लिए खुल जाएंगे जिससे दोनोंं तालाब वर्ष पर्यंत भरे रहेंगे जिसे हजारोंं प्रवासी पक्षियों को भोजन के साथ आश्रय स्थल नसीब होगा वहींं क्षेत्र के लोगोंं को फायदा होगा और खेतों में किसानों की फसलें नही सड़ेगी।
पत्रिका ने उठाया था मामला : सिक्स लेन विस्तार में तोड़े गए वेस्ट मटेरियल को नाले में डालने एवंं पानी आवक के मार्ग से अवरोध हटाने को लेकर राजस्थान पत्रिका ने 6 जुलाई को ‘ऐसे कैसे भरेगा पक्षी विहार तालाब’ शीर्षक से खबर प्रकाशन किया था इसके बाद हाइवे निर्माण एजेंसी से जुड़े अधिकारी एवंं जिम्मेदार हरकत में आए।