ये शौक के साथ-साथ रसूख का भी प्रतीक है। तो कैसे हमारे नेता पीछे रहेंगे। सरकार अपने मंत्री व विधायकों की सुरक्षा के लिए भले ही लाखों रुपए खर्च कर गनमैन व गार्ड उपलब्ध करवाती हो, लेकिन मंत्री व विधायकों ने टोपीदार बंदूक से लेकर अतिआधुनिक रिवाल्वर व पिस्टल के लाइसेंस ले रखे हैं। प्रदेश में 200 विधायकों में 70 से ज्यादा जनप्रतिनिधियों के पास हथियार मौजूद है। फिर भी जनप्रतिनिधियों को न जाने किन से खतरा है। वे अपने साथ हथियार रखना पसंद करते हैं।
इन मंत्रियों के पास हथियार
शांति धारीवाल : एक रिवाल्वर व एक टोपीदार
प्रताप सिंह खाचरियावास : एक गन
उदयलाल आंजना : एक रिवाल्वर व एक 12 बोर बंदूक
प्रमोद जैन भाया : 315 बोर बंदूक व एक रिवाल्वर
महेन्द्रजीत सिंह मालवीया : देसी टोपीदार एक
रामलाल जाट : एक रिवाल्वर व एक 12 बोर बंदूक
मुरारीलाल मीणा : एक पिस्टल
ममता भूपेश : एक पिस्टल
परसादीलाल मीणा : एक रिवाल्वर व एक 12 बोर बंदूक
अर्जुन बामनिया : एक 12 बोर
रमेश मीणा: एक रायफल व एक गन
प्रमुख भाजपा विधायक भी रखते
वसुंधरा राजे : एक 32 बोर राइफल
गुलाबचंद कटारिया : एक पिस्टल
राजेन्द्र राठौड़ : एक 315 बोर बंदूक व एक पिस्टल
नरपत सिंह राजवी : राइफल, गन व पिस्टल