आवेदन पत्र 10 नवम्बर तक संंबंधित महाविद्यालय में जमा कराना होगा। दूसरे चरण में द्वितीय व तृतीय वर्ष कला, वाणिज्य, विज्ञान के नियमित, पूर्व छात्र एवं एमए, एमकॉम पूर्वाद्र्ध एवं एमएससी पूर्वाद्र्ध गणित स्वयंपाठी परीक्षार्थियों के फॉर्म 9 नवम्बर से शुरू होकर 16 नवम्बर तक चलेंगे। आवेदन पत्र 20 तक जमा करा सकेंगे।
READ MORE: Global Rajasthan Agritech meet 2017: अटल केन्द्रों पर किसान देख सकेंगे क्या चल रहा है कि ‘ग्राम’ में, मिलेगी ऊंटनी के दूध की चाय तीसरे चरण में प्रथम वर्ष कला, वाणिज्य, विज्ञान नियमित, पूर्व, स्वयंपाठी, बीए बीएड, बीएससी बीएड पार्ट वन, बी लिब, एमलिब, यूजीसी ऑरिएंटेड कॉर्सेज, समस्त स्नातक व स्नातकोत्तर, डिप्लोमा, सर्टिफिकेट पाठ्यक्रमों के फॉर्म 17 नवम्बर से शुरू होकर 24 तक चलेंगे। 28 तक आवेदन जमा करा सकेंगे। चौथे चरण में विषय सेमेस्टर, एलएलबी, वार्षिक पद्धति के पत्र की तिथि जल्द घोषित होगी।
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उदयपुर . कुराबड़ थाना क्षेत्र के करगेट गांव में पांच साल पहले एक वृद्धा के पैर काटकर चांदी के कड़े लूटने के मामले में सजायाफ्ता बंदी की मौत के बाद ग्रामीणों के साथ परिजनों ने भी उससे ऐसा बैर पाला कि उसकी मौत पर भी वे शव ले जाने पर राजी नहीं हुए। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को महाराणा प्रताप सेना के सुपुर्द किया। मृतक को शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
उदयपुर . कुराबड़ थाना क्षेत्र के करगेट गांव में पांच साल पहले एक वृद्धा के पैर काटकर चांदी के कड़े लूटने के मामले में सजायाफ्ता बंदी की मौत के बाद ग्रामीणों के साथ परिजनों ने भी उससे ऐसा बैर पाला कि उसकी मौत पर भी वे शव ले जाने पर राजी नहीं हुए। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को महाराणा प्रताप सेना के सुपुर्द किया। मृतक को शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मृतक टांग फला मंडोला डबोक निवासी बाबू (48) पुत्र नाथू गमेती को गत 26 मई 2014 को न्यायालय ने लूट के मामले में 10 वर्ष की कड़ी कैद व 5 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई थी। आरोपित तब से उदयपुर केन्द्रीय कारागृह में सजा भुगत रहा था। बीमारी होने पर उसे कुछ दिनों पूर्व एमबी. चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। बुधवार को उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने उसके परिजनों को सूचना दी तो उन्होंने आने से इनकार कर दिया। परिजनों का कहना कि बाबू ने करगेट गांव में चांदी के कड़े के एक वृद्धा के पैर काट डाले थे, तब से ग्रामीणों व परिजनों ने उसका बहिष्कार कर दिया था।
READ ALSO: उदयपुर: चहक हादसे से भी नहीं लिया सबक, अभी तक जारी मनमानी, नियमों की अनदेखी अभी भी जारी पुलिस गुरुवार को दो भाइयों को लेकर मुर्दाघर पहुंची। मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में मृतक का पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस ने जब शव सुपुर्द करना चाहा तो भाइयों ने लेने से मना कर दिया। बाद में पुलिस ने शव को एक संस्था के सुपुर्द किया।