शादी सीजन में व्यवसायियों को उठाना पड़ा भारी नुकसान शादी सीजन में सबसे अधिक सर्राफा, रेडिमेड कपड़ा मार्केट, ब्यूटी पार्लर, मेहंदी, मिठाई, कैटरिंग, बैंड-बाजा, टैंट आदि से जुड़े व्यवसायी व्यस्त रहते थे। लेकिन लॉकडाउन के कारण सब बंद होने से इन्हें काफी नुकसान हुआ।
बैंड व टेंट व्यवसायियों के अनुसार दो साल से बेरोजगार ही हो गए हैं। ना तो बैंड बजाने की अनुमति और ना टेंट लगाने की। कोरोना खा गया पूरे सीजन को। इस बार अप्रेल में 22 तारीख से मुहूर्त शुरू होने वाला था, लेकिन कोरोना के बढ़ते कहर के कारण कुछ समय कफ्र्यू रहा और फिर लॉकडाउन हो गया। इसमें सबसे बड़ा अबूझ मुहूर्त अक्षय तृतीया भी निकल गया। केवल इस दिन ही 100 से 150 शादियां होती थीं। वहीं, अब 8 जून से अनलॉक होने पर व्यवसाय होने की उम्मीदें वापस कायम हो रही हैं।
आखिरी मुहूर्त जुलाई में, फिर तीन माह का विराम इस सीजन में अब केवल 11 दिन ही शुभ मुहूर्त है। जून में 4, 5, 6, 18, 19, 20, 26, 27, 28 एवं 30 तारीख, जबकि जुलाई में 1, 2, 7, 13, 15 तारीख को मुहूर्त है। फिर तीन महीने का विराम रहेगा। नवंबर महीने में देवउठनी एकादशी से शहनाई दोबारा गूंजेगी।