स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल की माने तो आगामी 2 माह में इन्हें चालू करने का लक्ष्य है। सभी प्लांट की क्षमता 120 मैट्रिक टन तरल ऑक्सीजन प्रतिदिन होगी। जिससे 12 हजार सिलेंडर भरे जा सकेंगे। इससे 6 हजार बेड को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकती है, लेकिन इनसे पाइपलाइन के जरिए 7500 बेड को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा सकेगी।
प्रदेश के अलग अलग शहरों में वित्तीय प्रबंधन जेडीए, नगर विकास न्यास, आवासन मंडल के माध्यम से होगा अर्थात संबंधित शहर में संबंधित एजेंसी का सहयोग रहेगा।