यह 1981 में बनी फिल्म नरम-गरम का एक संवाद है, जो मेवाड़ की इस रानी के प्रति कृतज्ञता और सम्मान को दर्शाता है। ऋषिकेश मुखर्जी निर्देशित इस फिल्म में अमोल पालेकर और उत्पल दत्त जैसे कलाकारों ने काम किया है। बात केवल इस हास्य फिल्म की नहीं, यह तो महज एक उदाहरण है रानी पद्मिनी के नाम से जुड़ा। रानी का नाम 60 के दशक से ही बॉलीवुड में लिया जाता रहा है। कई फिल्मों में उनका किरदार निभाया गया तो कई फिल्में उनके नाम पर पर बनी, कई धारावाहिक में उनका स्वाभिमान दिखाया गया।
– 1930 में एक मूक बंगाली फिल्म रिलीज हुई थी, जिसका शीर्षक था ‘कामोनर अगुन’। इसे दिनेश रंजनदास और धीरेन्द्रनाथ गांगुली ने निर्देशित किया था। यह फिल्म चित्तौड़ की महारानी पर आधारित थी। – 1964 में रानी पद्मिनी पर पहली हिन्दी फिल्म बनी थी, जिसका नाम था ‘महारानी पद्मिनी’। इस फिल्म के निदेशक जसवंत झावेरी थे। अनिता गुहा ने रानी का किरदार निभाया था। इस फिल्म में भी उनका नृत्य दिखाया गया, फिल्म के आखिर में खिलजी पद्मिनी को अपनी बहन स्वीकार लेता है। राजा रतनसिंह खिलजी की बांहों में दम तोड़ते हैं। जयराज ने महारावल रतनसिंह और सज्जन ने खिलजी का किरदार निभाया था।
– 1963 में रानी पद्मावती पर तमिल फिल्म बनी थी। इसका शीर्षक था चित्तौड़ रानी पद्मिनी…। इस फिल्म में उस दौर के बड़े सितारों ने काम किया था। यह फिल्म 9 फरवरी 1963 में रिलीज हुई थी जिसमें शिवाजी गणेशन ने चित्तौडगढ़़ के राजा रतनसिंह का किरदार निभाया था। पद्मिनी का किरदार वैजयंतीमाला ने निभाया था।
– 1986 में दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक ‘तेरह पन्ने’ में हेमा मालिनी ने कई ऐतिहासिक किरदार निभाए थे। इनमें से एक किरदार रानी पद्मिनी का भी था। – 90 के दशक में श्याम बेनेगल के सीरियल भारत एक खोज में रानी की कहानी को दिखाया गया जिसमें ओम पुरी खिलजी, सीमा केलकर रानी और राजेन्द्र गुप्ता रतनसिंह की भूमिका में थे।
– 2009 में सोनी चैनल पर ‘चित्तौड़ की रानी पद्मिनी’ का जौहर नाम से शो बन चुका है। नितिन चन्द्रकान्त देसाई ने इसका निर्देशन किया। इसमें तेजस्विनी लोनारी ने पद्मिनी का किरदार निभाया था। यह शो छह माह से अधिक नहीं चल पाया। इसके 104 एपिसोड में से केवल 48 ही प्रसारित हो सके।
– 2015 में रानी पद्मिनी नाम की मलयालम फिल्म भी आई थी। आसाइक अबू निर्देशित इस फिल्म में प्रमुख भूमिका में रीमा कालिंगिंगल और मंजू वारियर हैं। हालांकि इस फिल्म में रानी को लेकर कुछ नहीं है। इसमें दो महिलाओं की कहानी दिखाई गई है।