उन्होंने कहा कि इतिहास को यूं तोड़मरोड़ कर पेश करके अगर संजय लीला भंसाली को लगता है कि वो पैसा कमा लेंगे तो वे गलत हैं। हमारी संस्कृति पर कोई हमला करेगा तो उसे हम छोड़ेंगे नहीं। अगर अभी अटल बिहारी वाजपेयी स्वस्थ होते तो वे यकीनन इस महासंग्राम में साथ देते। युवाओं का आह्वान करते हुए कृष्णावत बोले कि वे युवाओं का साहस और एकजुटता देखकर हैरान हैं यदि वे इसी तरह अपनी संस्कृति को बचाने में जुटे रहे तो देश सुरक्षित हाथों में है।
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मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के संरक्षक मनोहरसिंह कृष्णावत ने कहा कि रानी पद्मिनी का त्याग और बालिदान आज भी देश और समाज को प्रेरणा प्रदान कर रहा है जिससे उन्हें देवी के रूप में पूजा जाता है। फिल्म के ट्रेलर में रानी पद्मिनी को नाचते हुए दिखाया जा रहे है जो निंदनीय है। किसी भी हालत में भंसाली की फिल्म को रिलीज नहीं होने दी जाएगी। यह अब मेवाड़ ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष अध्यक्ष बालूसिंह कानावत, डॉ. राजेंद्रसिंह जगत, तनवीर सिंह कृष्णावत, दिलीप सिंह बांसी, कुंदन सिंह ने फिल्म को लेकर आक्रोश प्रकट किया।
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के संरक्षक मनोहरसिंह कृष्णावत ने कहा कि रानी पद्मिनी का त्याग और बालिदान आज भी देश और समाज को प्रेरणा प्रदान कर रहा है जिससे उन्हें देवी के रूप में पूजा जाता है। फिल्म के ट्रेलर में रानी पद्मिनी को नाचते हुए दिखाया जा रहे है जो निंदनीय है। किसी भी हालत में भंसाली की फिल्म को रिलीज नहीं होने दी जाएगी। यह अब मेवाड़ ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है। क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष अध्यक्ष बालूसिंह कानावत, डॉ. राजेंद्रसिंह जगत, तनवीर सिंह कृष्णावत, दिलीप सिंह बांसी, कुंदन सिंह ने फिल्म को लेकर आक्रोश प्रकट किया।
इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
महाराणा प्रताप राजतिलक सेवा समिति गोगुंदा के अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह झाला ने कहा कि रानी पद्मिनी समस्त नारियों की अस्मिता की प्रतीक है। इतिहास के साथ छेड़छाड़ किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि फिल्म में इतिहास के साथ छेड़छाड़ की है तो इसे हटा लिया जाए।