जयपुर पहुंचे क्षत्रिय महासभा पदाधिकारी
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को जयपुर में सरकार से वार्ता कर फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग की। महासभा के संरक्षक रावत मनोहर सिंह कृष्णावत, तेजसिंह बांसी, अध्यक्ष बालूसिंह कानावत, महामंत्री तनवीर सिंह कृष्णावत, जौहर संस्थान चितौड़ के लक्ष्मणसिंह शक्तावत, नरपतसिंह भाटी, भंवरसिंह भाटी ने फिल्म को जन भावनाओं के प्रतिकूल मनाते हुए इस पर प्रतिबंध की मांग रखी।
मंत्री को भेजा पत्र
भारतीय जनता पाटी किसान मार्चा ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री को पत्र लिख कर फिल्म का विरोध किया गया। उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि सर्वसमाज की भावनाओं को देखते हुए केन्द्र सरकार से पद्मावती फिल्म पर रोक लगाने की मांग की गई। उधर, सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने संजय लीला भंसाली का पुतला जलाया। छात्र नेता ललित सिंह सिसोदिया व निखिल राज सिंह राठौड़ ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
सेमारी. राजपूत करणी सेना, सर्व हिन्दू संगठन तथा व्यापार मंडल ने 20 नवम्बर को सेमारी बंद का आह्वान किया है। चन्द्रभानसिंह शक्तावत ने बताया आह्वान फिल्म पद्मावती के विरोध को लेकर है।
जनता सेना का धरना-प्रदर्शन स्थगित
भींडर. फिल्म के विरोध में जनता सेना राजस्थान की ओर से 24 नवंबर को जिला मुख्यालय पर प्रस्तावित धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया गया है। सेना के संरक्षक तथा वल्लभनगर विधायक रणधीर सिंह भीण्डर ने बताया कि सेंसर बोर्ड ने तकनीकी कारणों से फिल्म लौटा दी है। इससे रिलीज डेट अब करीब दो माह बाद आने व निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली द्वारा मांगों को मानने की सहमति को देखते हुए धरना प्रदर्शन स्थगित किया है।
इतिहास से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
गींगला. फिल्म को लेकर कुराबड़ परिवार व फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लवदेव कुमार सिंह कृष्णावत ने कहा कि ऐतिहासिक तथ्यों को मनोरंजन के लिए तोड़-मरोडकऱ पेश करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ईडाणा माता मंदिर परिसर में शनिवार को कृष्णावत ने मीडिया से कहा कि चित्तौड़ जौहर में 16 कौम की हिन्दू स्त्रियां सती हुई थीं। यह घटनाक्रम और ये नारियां न सिर्फ राजपूत, बल्कि मेवाड़ के सभी समाजों के लिए पूज्य और गौरव का विषय है। ऐसे घटनाक्रम से छेड़छाड़ से इतिहास नष्ट हो जाएगा।