दल में शामिल सुरेश लाबड़िया ने बताया कि 9 मई 2017 को मुंबई के एरोली चिंचपाडा क्षेत्र में स्थित करीब 400 घरों की बस्ती को MIDC के अधिकारियों ने तोड़ दिया। इन मकानों को लेकर गरीब लोगों ने भूख हड़ताल के साथ ही महाराष्ट्र के कई नेताओं तक गुहार लगाई। लेकिन इन गरीब लोगों की गुहार किसी ने नहीं सुनी। अब करीब 27 लोग जिनमें युवा, महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। मुंबई से दिल्ली के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं । इस दल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूरी उम्मीद है कि वह उनकी समस्याओं को सुनेंगे और इसका समाधान भी निकालेंगे।
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नहीं रोक पा रही बाधाएं
मुंबई से दिल्ली तक की करीब 1500 किलोमीटर की यात्रा को निकले 27 लोगों ने उदयपुर तक की करीब 760 किलोमीटर की यात्रा पूरी की है। यह दल प्रतिदिन 35 से 40 किलोमीटर पदयात्रा करता है। दल के सदस्य गत 3 अक्टूबर को मुंबई से रवाना हुए थे।
नहीं रोक पा रही बाधाएं
मुंबई से दिल्ली तक की करीब 1500 किलोमीटर की यात्रा को निकले 27 लोगों ने उदयपुर तक की करीब 760 किलोमीटर की यात्रा पूरी की है। यह दल प्रतिदिन 35 से 40 किलोमीटर पदयात्रा करता है। दल के सदस्य गत 3 अक्टूबर को मुंबई से रवाना हुए थे।
हमें पूरी उम्मीद
दल में शामिल प्रकाश चेवुलकर और मोरेश्वर बालकृष्ण लाइन बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी समस्या को सुनेंगे साथ ही इसका समाधान भी निकालेंगे। उन्होंने कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि देश के प्रधानमंत्री गरीब और लाचारों की समस्याओं को समझते हैं और इन समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है।