पंचायत क्षेत्र में लम्बे समय से पैंथर सक्रिय है। आए दिन मवेशियों का शिकार हो रहा है। रविवार देर रात्रि को गांव के भगवतसिंह के बाड़े में पैंथर के जोड़े ने प्रवेश कर बछड़े का शिकार कर दिया। सुबह मालिक मवेशियों की देखरेख के लिए बाड़े में पहुंचा तो घटना का पता लगा। ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 2 माह से पंचायत क्षेत्र में पैंथर की दस्तक बरकरार है। साथ ही पूर्व में लगभग 5 से 7 जनों के मवेशियों पर भी पैंथर का यह जोड़ा हमला कर चुका है। मगर, अभी तक वन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है। साथ ही इस सम्बंध में पैंथर पकडऩे के लिर्ए पिंजरा लगाने की कवायद नहीं की है। गौरतलब है कि वाड़ाबावडी गांव में ही पूर्व में पैंथर तीन-चार मवेशियों का शिकार कर चुाि है। मगर, इसके बाद भी पैंथर अभी तक हाथ में नहीं आया है।
घर से बाहर निकलने में भी कतरा रहे लोग
घर से बाहर निकलने में भी कतरा रहे लोग
ग्रामीणों ने बताया कि आए दिन क्षेत्र में पैंथर की आवाजाही हो रही है। इस कारण बच्चे घर से निकलने में कतरा रहे हैं। इधर, महिलाएं एवं पुरुष भी कृषि एवं अन्य कार्यों के लिए खेतों में जाने से डर रहे हंै। बच्चे स्कूल जाते हैं तो परिजन चिंतित हो उठते हैं। इधर, देर रात्रि होते ग्रामीण जल्दी ही घरों में पहुंच जाते हैं।
इनका कहना है गांव में जगह-जगह पैंथर का यह जोड़ा दस्तक देकर मवेशियों का शिकार कर रहा है। आमजन में भारी दहशत है। कोई इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। परेशानी तो ग्रामीणों को होती है, जिम्मेदार बेपरवाह है।
-विजयसिंह कितावत, ग्रामीण वाडाबावड़
-विजयसिंह कितावत, ग्रामीण वाडाबावड़