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नृत्य की थिरकन और सुरों की बारिश से सुहानी हुई शाम, असर छोड़ गई पंडित चतुरलाल संगीत ‘स्मृतियां’

locationउदयपुरPublished: Nov 11, 2019 02:31:09 pm

Submitted by:

madhulika singh

– पंडित चतुरलाल स्मृति एक दिवसीय संगीत संध्या ‘स्मृतियां’ , शिल्पग्राम स्थित कलांगन मुक्ताकाशी मंच पर हुआ आयोजन

नृत्य की थिरकन और सुरों की बारिश से सुहानी हुई शाम, असर छोड़ गई पंडित चतुरलाल संगीत ‘स्मृतियां’

नृत्य की थिरकन और सुरों की बारिश से सुहानी हुई शाम, असर छोड़ गई पंडित चतुरलाल संगीत ‘स्मृतियां’

उदयपुर . ख्यात तबला वादक पंडित चतुरलाल स्मृति एक दिवसीय संगीत संध्या ‘स्मृतियां’ शिल्पग्राम स्थित कलांगन मुक्ताकाशी मंच पर आयोजित हुई। कार्यक्रम का आगाज जोग जैज (ट्रायो) इंटरनेशनल ग्लोबल फ्यूजन के साथ हुआ। जिसमें पंडित सलिल भट्ट के साथ जर्मन गिटारिस्ट मत्थियास मुल्लर और तबले पर प्रांशु चतुरलाल ने राग बसंत मुखारी, किरवानी और भोपाली में आठ-छह मात्रा में प्रस्तुत किए।
इसके बाद सूत्रधार श्रुति चतुरलाल के यूफोनिक योग प्रस्तुति में पहली बार तीन कलाओं को मिलाकर दो चक्र स्वाधिष्ठान अर्धांग व अनहद तथा योगिक नृत्य मुद्राओं में अरुणिमा घोष, वैष्णवी चावन, श्रृष्टि व अमिता देवी तथा तरनप्रीत कौर ने ओडिसी, योगा व गायन से अलग रंग जमाया।
कार्यक्रम का अगला आकर्षण सूफी जुगलबंदी ‘रूहानियत’ में कथक सूफी के समन्वय से मन कुंतो मौला…के बाद दमादम मस्त कलंदर…पेश किया गया। इसमें विभा एवं अभिमन्यु लाल, रूहानी सिस्टर्स, राजेश प्रसन्ना, प्रांशु चतुरलाल, की सांगितिक प्रस्तुतियों ने संगीत रसिकों को सर्द शाम में बांधे रखा।
इस अवसर पर दिलीप बागला, डॉली तलदार, टीआर तलदार, जयश्री सिंह, अरविंद अवस्थी सहित कई गणमान्य व सुर रसिक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संयोजन चरणजीत चतुरलाल ने किया।

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