उदयपुर

कोरोना की मजबूरी में पास तो किया, लेकिन ऑनलाइन कक्षाओं में बच्चों की उपस्थिति से बेखबर हैं जिम्मेदार..

– मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि सम्बद्ध कॉलेजों के हाल – विज्ञान व कला महाविद्यालय के पास समेकित डेटा उपलब्ध नहीं

उदयपुरJun 17, 2021 / 06:34 am

bhuvanesh pandya

गत वर्ष के करीब ढाई करोड़ से ज्यादा राशि बकाया

भुवनेश पंड्या
– र्कोरोना के इस भयावह व सबक लेने वाले दौर में भी हमारे महाविद्यालय कितने गंभीर है उसका अंदाजा ऑनलाइन शिक्षा के सिस्टम से लगाया जा सकता है। मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि में सभी कॉलेजों के किस शिक्षक ने इतने समय में कितनी ऑनलाइन कक्षाएं ली, क्या-क्या पढ़ाया, कितने वीडियो बनाए, कितने बच्चों को पढ़ाया इसकी कुण्डली किसी के पास नहीं। विवि के सिस्टम में ये नाप तोल का मापा किसी के पास नहीं, आखिर सरकार तोले भी तो कैसे? ऐसे में जिन शिक्षकों ने ऑनलाइन कक्षाएं पढ़ाकर मेहनत की, वो उन अधिकांश शिक्षकों के ‘टाइमपास’ के नीचे दब गई जिन्होंने पूरे कोरोना काल में लाखों रुपए का वेतन तो उठाया लेकिन काम में जीरो रहे।
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उदयपुर. मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि के अन्तर्गत आने वाले महाविद्यालयों में परीक्षा की बारी आ गई है। अधिकांश बच्चे जो प्रथम व द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत हैं, वे आश्वस्त हैं कि उनकी परीक्षा पिछली बार की तरह ही नहीं होगी और वे बिना परीक्षा प्रोमोट कर अगली कक्षाओं में भेज दिए जाएंगे, तो तृतीय वर्ष व पीजी फाइनल वालों की परीक्षा की संभावना जताई जा रही है, हालांकि ये निर्णय सरकार द्वारा हाल में बनाई गई राज्य स्तरीय कमेटी करेगी। यहां बात ऑनलाइन कक्षाओं की है। विवि के दो कॉलेजों को इसकी हल्की-फुल्की जानकारी है, कि किस विषय में कितने बच्चे उपस्थित रहे, तो दूसरी ओर दो कॉलेजों के डीन तो ये बताने में असमर्थ रहे कि वहां ऑनलाइन कक्षाएं कितनी चली और कितने बच्चे उन कक्षाओं में बैठे।
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विज्ञान महाविद्यालय- नवनियुक्त डीन प्रो जीएस राठौड़ ने कहा कि ये डेटा शामिल करना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि सेल्फ फाइनेंस में जरूर कक्षाएं चली हैं। पीजी की कक्षाओं में पांच में से चार यूनिट कर दिए गए हैं। यूजी की कक्षाएं कम संचालित होने का कारण ये है कि अधिकांश बच्चों ने प्रवेश आवेदन इ मित्र से भरे तो उनसे संपर्क का सिस्टम नहीं बन पाया। बच्चों को जरूर प्रयास कर लिंक भेजे गए, लेकिन अपेक्षाकृत उपस्थिति कम रहीं।
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कला महाविद्यालय- डीन प्रो सीमा मलिक का कहना है कि ऑनलाइन कक्षाओं में कितने-कितने बच्चे उपस्थित रहे, इसकी जानकारी संबंधित विभाग के विभागाध्यक्षों के पास है, हम समेकित करने का प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल तो हमारे पास ये जानकारी नहीं है कि कितनी कक्षाओं में कितने बच्चे आए, ये बात जरूर है कि ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जरूर थी।
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वाणिज्य महाविद्यालय – जैसा कि डीन प्रो पीके सिंह ने बताया

कक्षाएं- उपस्थिति एनएचआरएम- 90 प्रतिशत

एम कॉम- 40 में से 20 बच्चे

यूजी -वोकेशनल- 30 में से 20
एम कॉम बैंकिंग – 50 में से 8

बीबीए- 40 में से 20

बी-कॉम- 80 में से 10

-लॉ कॉलेज- जैसा डीन राजश्री चौधरी ने बताया …

कक्षा- उपस्थिति प्रतिशत
बीए एलएलबी सेकंड सेमेस्टर- 120 में से 96

बीए एलएलबी फोर्थ सेम-120-97

बीए एलएलबी-6 सेम-120-95

बीएल एलएलबी-8 सेम-85

बीएल एलएलबी 75 में से 35

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