प्रतापनगर निवासी अर्पित शर्मा सुबह के समय गेस्ट्रोएंड्रोलॉजिस्ट डॉ. विपिन माथुर से परामर्श को लेकर तय समय पर चिकित्सालय के ओपीडी में पहुंचे, जहां सुपर स्पेशलिटी ओपीडी कमरा नंबर 12 में बैठी महिला विशेषज्ञ ने उन्हें चिकित्सक के छुट्टी पर हाेने की जानकारी दी। विशेषज्ञ की अनुपस्थिति में महिला विशेषज्ञ को दिखाने की जानकारी देते हुए महिला स्टाफ ने युवक से पर्ची लाने को कहा। उसके पर्ची लेकर कक्ष में लौटने पर पता चला कि महिला विशेषज्ञ भी वहां से चली गई हैं। इस पर महिला स्टाफ ने युवक को कमरा नंबर 3 में दिखाने की सलाह दी, लेकिन 3 नंबर में विशेषज्ञों ने कमरा नंबर 124 में संचालित वार्ड में महिला विशेषज्ञ के हाने की जानकारी दी।
READ MORE: उदयपुर फिल्म फेस्टिवल का आगाज आज से, 3 दिन तक दिखेगा सिनेमाई करिश्मा मरीज के वहां पहुंचने पर वार्ड स्टाफ ने वापस से कमरा नंबर 12 में ही दिखाने की सलाह दी। अंत में युवक थकहारकर घर को लौट आया। ऐसा ही कुछ हाल दोपहर करीब 12 बजे ओपीडी में पहुंचे अन्य मरीजों का भी देखने को मिला। इधर, मामले में चिकित्सालय अधीक्षक डॉ. विनय जोशी ने कहा कि चिकित्सकों को तय समय में सेवाएं देने के लिए पाबंद किया हुआ है। विशेषज्ञ के अभाव में किस चिकित्सक की ड्यूटी थी। इसकी जानकारी जुटाकर कार्रवाई की जाएगी।
READ MORE: उदयपुर में गृहमंत्री कटारिया बोले- गलतफहमी निकाल लें, महापौर नहीं बदलेंगे आयोग ने अस्पताल में ली सुविधाओं की सुध उदयपुर. कार्ययोजना में तय जिम्मेदारी को पूरा करते हुए राज्य मानवधिकार आयोग सचिव (वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी) निवेदिता मेहरू ने शुक्रवार को पन्नाधाय महिला राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण कर व्याप्त खामियों को लेकर अधीक्षक डॉ.सुनीता माहेश्वरी को आवश्यक निर्देश दिए। सचिव नेहरू के साथ निरीक्षण अधिकारी डॉ. दीपा जैन, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक केके चंद्रवंशी ने व्यवस्थाओं का जायजा लेकर साफ-सफाई, गंदे शौचालयों, क्षतिग्रस्त चिकित्सालय भवनों पर चिंता जताई। पत्रकारों से रूबरू हुई सचिव मेहरू ने बताया कि आयोग अध्यक्ष जस्टिस प्रकाश टाटिया के निर्देश पर किए गए निरीक्षण में मिली खामियों की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जाएगी। उन्होंने कहा कि मरीजों को परोसे जाने वाले भोजन संबंधित व्यवस्थाओं को भी उन्होंने देखा था। देखी गई खिचड़ी की गुणवत्ता को लेकर उन्होंने संतोष जताया।