भुवनेश पंड्या उदयपुर. कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण मरीजों को हॉस्पिटलों मेंं पलंग उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं तो महकमें की ढिलाई इनकी समस्याओं को और बढ़ा रही है। जिला कलक्टर के आदेश के बादजूद अब तक पशु चिकित्सालय का अधिग्रहण नहीं किया गया है, जबकि यदि इसका अधिग्रहण किया जाए तो मरीजों को पलंग उपलब्ध हो जाएंगे और यहां वहां उपचार के लिए भटकना नहीं होगा।
——— पांच दिन हुए आदेश जारी किए जिला कलक्टर ने गत 2 मई को पशु चिकित्सालय अधिग्रहण के आदेश जारी किए थे, इसके पांच दिन बाद तक ये आदेश अमल में नहीं लाया गया है। बताया जा रहा है कि 100 से 150 लोगों के लिए यहां पलंग लगाए जा सकते हैं, लेकिन अब तक केवल चार सदस्यीय कमेटी ने दौरा किया था। यहां एडीएम ओपी बुनकर, एमबी अधीक्षक डॉ आरएल सुमन, आरएनटी उपाचार्य डॉ ललित रेगर व अम्बामाता जिला चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ राहुल जैन ने व्यवस्थाएं देखी थी। व पर इसके आगे का काम अब तक अटका हुआ है।
—— शुरुआत में 50 पलंग – बताया जा रहा है, कि यहां पशु चिकित्सालय में शुरुआत में 50 पलंग बिछाने की तैयारी कर रहे हैं। – सार्वजनिक निर्माण विभाग को यहां सफाई करने, बिजली लाइन डालने व लाइन को जनरेटर से कनेक्ट करने का काम सौंपा गया है, लेकिन अब तक इस काम ने गति नहीं पकड़ी है।
– एमबी हॉस्पिटल में बनी हुई नई ओपीडी के समीप की दीवार को तोड़कर उसे सीधे पशु चिकित्साय में जाने का मार्ग बनाने की तैयारी चल रही है, लेकिन ये काम अब तक कागजों में ही है। – यहां बिजली लाइन नई डालकर उसे जनरेटर से जोडऩे का काम इसलिए करवाना चाहते है ताकि यहां पर शुरुआत में अधिकांश पलंगों पर कंसन्ट्रेटर लगाया जा सके।
—– आखिर मरीज जाए तो कहां ? – एमबी हॉस्पिटल में जो मरीज भर्ती होने आ रहेे हैं, उन्हें पलंग नहीं मिल रहे हैं, इसलिए कि ना तो एसएसबी में भर्ती होने की जगह है और ना ही इएसआईसी में। इसके अलावा जो अन्य वार्ड अधिग्रहित किए गए है वह भी भरे हुए है। कई बार गंभीर मरीज को लेकर आने वाले मरीज घंटो इमरजेंसी के बाहर एम्बुलेंस में बैठकर इन्तजार करते हैं। ज्यादातर टाइम उन्हें वेटिंग बताई जा रही है।
– जिला प्रशासन की ओर से जीबीएच बेडवास को अधिग्रहित कर दिया गया, लेकिन सरकार की ओर से इस पर आपत्ति के बाद अब उसमें एक भी मरीज भर्ती नहीं किया जा रहा है, फिलहाल यहां केवल 18 मरीज ही भर्ती हैं। जिला प्रशासन ने एमबी प्रशासन को इशारा किया है कि अब मरीजों को वहां भर्ती नहीं किया जाना है, जो-जो मरीज हैं, उन्हें डिस्चार्ज कर ये हॉस्पिटल जल्द से जल्द खाली करना है। ऐसे में अब वहां पर मरीजों को नहीं लिया जा रहा।
—– पीडब्ल्यूडी को काम दिया है…पीडब्ल्यूडी को काम दिया है कि वह सफाई करवाएं और वहां पर जो-जो बिजली व अन्य व्यवस्थाएं करनी हैं उसे तत्काल करके सौंप दे, ताकि हम पशु चिकित्सालय को शुरू कर सकें। प्रयास है जल्द शुरू करेंगे।
डॉ आरएल सुमन, अधीक्षक एमबी हॉस्पिटल उदयपुर