एक्सपट्र्स के मार्गदर्शन में देख रहे परिंदों की रंगीन दुनिया
इस आयोजन के तहत विद्यार्थियों और आम जनों को सुबह पक्षी दर्शन कार्यक्रम के तहत परिंदों की रंगीन दुनिया से रूबरू करवाया जा रहा है। इसमें मेनार मुख्यालय व आसपास के पंजीकरण करवा चुके स्कूलों से कक्षा 9 से 11 तक की कक्षा के लगभग 300 विद्यार्थियों को मेनार तालाब में जलक्रीड़ा करने वाले स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों को देखने का मौका मिल रहा है। विशेषज्ञ विद्यार्थियों को रंग-बिरंगे पक्षियों और उनकी जलक्रीड़ाओं को दिखाते हुए उनकी विशेषताओं के बारे में बता रहे हैं। बर्डवॉचिंग करवाई जा रही है।
इस आयोजन के तहत विद्यार्थियों और आम जनों को सुबह पक्षी दर्शन कार्यक्रम के तहत परिंदों की रंगीन दुनिया से रूबरू करवाया जा रहा है। इसमें मेनार मुख्यालय व आसपास के पंजीकरण करवा चुके स्कूलों से कक्षा 9 से 11 तक की कक्षा के लगभग 300 विद्यार्थियों को मेनार तालाब में जलक्रीड़ा करने वाले स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों को देखने का मौका मिल रहा है। विशेषज्ञ विद्यार्थियों को रंग-बिरंगे पक्षियों और उनकी जलक्रीड़ाओं को दिखाते हुए उनकी विशेषताओं के बारे में बता रहे हैं। बर्डवॉचिंग करवाई जा रही है।
यहां दिखा तितलियोंं का अनूठा संसार
बर्ड फेस्टिवल में फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई है। पहली बार छ: तितलियों के जीवन चक्र का लाईव प्रदर्शन किया गया है। यह प्रदर्शन तितलियों पर शोध कर रहे डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा कस्बे के तितली विशेषज्ञ मुकेश पंवार व शर्मिला पंवार द्वारा दिखाया जा रहा है। प्रतियोगिता स्थल पर तितलियों के जीवनचक्र के फोटोग्राफ्स के साथ होस्ट प्लांट पर अण्डे, लार्वा व प्यूपा का लाईव प्रदर्शन हो रहा है। इन एक्सपर्ट द्वारा बच्चों व अतिथियों को तितलियों के जीवनचक्र के बारे में जानकारी दी जा रही है।
बर्ड फेस्टिवल में फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई है। पहली बार छ: तितलियों के जीवन चक्र का लाईव प्रदर्शन किया गया है। यह प्रदर्शन तितलियों पर शोध कर रहे डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा कस्बे के तितली विशेषज्ञ मुकेश पंवार व शर्मिला पंवार द्वारा दिखाया जा रहा है। प्रतियोगिता स्थल पर तितलियों के जीवनचक्र के फोटोग्राफ्स के साथ होस्ट प्लांट पर अण्डे, लार्वा व प्यूपा का लाईव प्रदर्शन हो रहा है। इन एक्सपर्ट द्वारा बच्चों व अतिथियों को तितलियों के जीवनचक्र के बारे में जानकारी दी जा रही है।
8000 से अधिक डाक टिकट प्रदर्शित प्रदर्शनी स्थल पर विश्वभर में पक्षियों पर जारी किए गए डाक टिकटों की प्रदर्शनी भी विशेष आकर्षण का केन्द्र है। इस प्रदर्शनी के तहत उदयपुर की डाक टिकट संग्रहकत्र्ता पुष्पा खमेसरा द्वारा भारत सहित विश्व के 302 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए 8000 से अधिक डाक टिकटों को प्रदर्शित किया गया है।