patrika 40 under 40 Power List में शामिल लेकसिटी उदयपुर में रहने वाले साहिल भादविया लंदन में जॉब करते थे। उन्होंने मन बना लिया था कि कुछ समय और दूसरे देशों में जाकर काम करे, उसके बाद खुद ही कुछ करेंगे। इस बीच कोविड-19 आ गया तो बहुत कुछ बदल गया। साहिल ने तब अपने घर को ही ऑफिस में बदल दिया और वे जॉब छोडकऱ यही पर काम करने लगे। ये लोगों को छोटी-छोटी बचत को कैसे निवेश करें और फ्रॉड से कैसे बचे आदि पर काम करते हुए लोगों को अवेयर कर रहे हैं। साहिल कहते हैं कि बड़े सपने आसानी से पूरे किए जा सकते हैं, लेकिन उसके लिए डिग्री से ज्यादा नॉलेज अच्छा हो। साहिल कहते हैं कि मेरा गोल है कि आज की सबसे बड़ी जरूरत फाइनेंशियल सेक्टर में लोग एजूकेट हो, जानकार हो ताकि वे कभी फ्रॉड के शिकार नहीं हो।
राजस्थान में एजूकेशन सिस्टम में बहुत कुछ बदलाव हो
आज हमारे यहां ऑवरऑल एजूकेशन सिस्टम जैसा सालों से चला आ रहा है उसे बदलना होगा। हमारे यहां डिग्री को अहमियत देने की बजाय नॉलेज को पहला स्थान देना चाहिए। सिविक सेंस से लेकर बेसिक चीजें हर व्यक्ति जानें-समझें और उसकी पालना करें। आज अच्छी खासी पढ़ाई करने वाले छोटे-छोटे जॉब के लिए आवेदन करते हैं, दु:ख होता है। हमारे यहां अगर शिक्षा के सेटअप में नॉलेज पर फोकस होगा, क्वालिटी एजूकेशन होगी तो नौकरियों की जो मारामारी है वह खत्म होगी। हमे कहीं जाने की जरूरत नहीं है, इंटरनेट की पावर को जाने-समझे बस घर बैठे हम बहुत कुछ कर सकते हैं। युवाओं को मोबाइल पर सोशल मीडिया पर व्यर्थ समय देने की बजाय अपने फायदे पर काम करना चाहिए, घर बैठे वे बहुत कुछ कमा सकते हैं।
आज हमारे यहां ऑवरऑल एजूकेशन सिस्टम जैसा सालों से चला आ रहा है उसे बदलना होगा। हमारे यहां डिग्री को अहमियत देने की बजाय नॉलेज को पहला स्थान देना चाहिए। सिविक सेंस से लेकर बेसिक चीजें हर व्यक्ति जानें-समझें और उसकी पालना करें। आज अच्छी खासी पढ़ाई करने वाले छोटे-छोटे जॉब के लिए आवेदन करते हैं, दु:ख होता है। हमारे यहां अगर शिक्षा के सेटअप में नॉलेज पर फोकस होगा, क्वालिटी एजूकेशन होगी तो नौकरियों की जो मारामारी है वह खत्म होगी। हमे कहीं जाने की जरूरत नहीं है, इंटरनेट की पावर को जाने-समझे बस घर बैठे हम बहुत कुछ कर सकते हैं। युवाओं को मोबाइल पर सोशल मीडिया पर व्यर्थ समय देने की बजाय अपने फायदे पर काम करना चाहिए, घर बैठे वे बहुत कुछ कमा सकते हैं।