इस अभियान के प्रति लोगों ने ना केवल अपनी प्रतिक्रिया और सुझाव दिए बल्कि उन्होंने पत्रिका की इस पहल की सराहना भी की। अब सेल्फी के कारण उदयपुर जैसी विश्वप्रसिद्ध पर्यटननगरी में पर्यटकों और स्थानीय लोगों की जान ना जाने पाए, इसके प्रति प्रशासन भी जागरूक हो चुका है। इसलिए बड़ी तालाब पर प्रशासन की ओर से चेतावनी लिखवा दी गई है।
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बड़ी तालाब शहर का पर्यटन स्थल है। यहां अक्सर लोग आते-जाते रहते हैं। खासकर युवाओं का यहां आना-जाना रहता है। अक्सर सेल्फी लेने के चक्कर में उनका ध्यान चूक जाता है और वे दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में सीढिय़ों पर, पाल पर, छतरी के नीचे और पाल पर लिखवा दिया गया है कि यहां सेल्फी लेना मना है।
बड़ी तालाब शहर का पर्यटन स्थल है। यहां अक्सर लोग आते-जाते रहते हैं। खासकर युवाओं का यहां आना-जाना रहता है। अक्सर सेल्फी लेने के चक्कर में उनका ध्यान चूक जाता है और वे दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में सीढिय़ों पर, पाल पर, छतरी के नीचे और पाल पर लिखवा दिया गया है कि यहां सेल्फी लेना मना है।
अब टोक रहे, प्लीज… नो सेल्फी
रंग लाई पत्रिका की मुहिम… सज्जनगढ़ किले में गोखड़ों पर अक्सर पर्यटक व अन्य लोग बैठकर सेल्फी लेते हैं। यहां गिरने का डरना बना रहता है। ऐसे में वनविभाग ने कार्रवाई करते हुए और लोगों को सेल्फी के चक्कर में दुर्घटनाओं से बचाने के लिए यहां ऊपरी मंजिल का रास्ता बंद कर दिया गया है। साथ ही किले में पहाड़ी पर भी कोई खड़ा दिखता है तो वहां भी सेल्फी लेने के लिए मना कर दिया जाता है।