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PATRIKA IMPACT: एक बार फिर हुई पेंशनर्स की जीत, अब कोषालय और पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग मिलकर करेंगे पेंशन रिवीजन

locationउदयपुरPublished: Jun 27, 2018 09:21:32 am

Submitted by:

Jyoti Jain

एेसे में पेंशन रिविजन का कार्य जल्द होगा और पेंशनर्स को लाभ मिलेगा।

PATRIKA IMPACT: pension revision, udaipur

PATRIKA IMPACT: एक बार फिर हुई पेंशनर्स की जीत, अब कोषालय और पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग मिलकर करेंगे पेंशन रिवीजन

उदयपुर. प्रदेश के करीब चार लाख पेंशनरों को पे-मैट्रिक्स से पेंशन देने के आदेश गत दिनों दिए गए थे। इन आदेशों में पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग को पेंशन रिविजन करना था। स्टाफ की कमी और पेंशनर्स की संख्या को देखते हुए यह कार्य काफी मुश्किल लग रहा था लेकिन नए आदेशों के अनुसार पेंशन का रिविजन पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग और कोष एवं लेखा विभाग को देखना है। एेसे में पेंशन रिविजन का कार्य जल्द होगा और पेंशनर्स को लाभ मिलेगा।
संयुक्त शासन सचिव वित्त वेदप्रकाश गुप्ता ने सोमवार को इस संबंध में संशोधित आदेश जारी किए हैं। आदेशों में गत दिनों हुई बैठक का हवाला देते हुए बताया गया है कि १ जनवरी, १९९१ के बाद सेवानिवृत्तों की पेंशन रिविजन का कार्य संबंधित कोष कार्यालय करेंगे। इस संबंध में जुलाई के प्रथम सप्ताह में नया परफोर्मा सरकार जारी करेगी। इसी प्रकार १ जनवरी १९९१ से पूर्व के पेंशनर्स की पेंशन का रिविजन संभागीय मुख्यालय पर निदेशक पेंशन करेंगे। आदेश जारी होने के बाद पेंशनर्स समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष भंवर सेठ ने कहा कि इस आदेश के बाद जहां पेंसनर्स की भाग दौड़ खत्म होगी, वहीं विभागों को भी आसानी होगी।
पत्रिका ने उठाया था मामला
पेंशनर्स की समस्या को राजस्थान पत्रिका ने समय-समय पर उठाया। पे-मैट्रिक्स से पेंशन रिविजन करने के लिए राजस्थान पत्रिका ने २५ अप्रेल को पहला समाचार पेंशनर्स वंचित हुए असल लाभ से शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद समय-समय पर इस मामले को उठाया गया।
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सराड़ा. तहसील अन्तर्गत मायर गांव में हनुमान मन्दिर के जीर्णोद्धार में गांव के सभी आयु वर्ग के लोग तन मन से सहयोग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्राचीन मन्दिर का कोई लिखित वर्णन नहीं है किन्तु जब ये गांव हरचन्द तालाब के पेटे में था तब से मूर्ति उसी स्थान पर है। इस कार्य में छोटे बच्चे सहयोग कर रहे हैं। इस मौके पर मनोहरदास वैष्णव, गौतम पटेल, उदयलाल पटेल, भाणजी पटेल, धनजी, दलजी, लालूराम सहित बड़ी संख्या में महिलाओं, पुरुषों व बच्चों ने सहयोग किया।
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