सुरफला, बलीचा, काया समेत जिले के कई स्कूलों में 14 से ज्यादा की उम्र पार कर लेने वालों को 8वीं कक्षा में प्रवेश से रोक दिया था। बुधवार को प्रवेश मिलने पर बलीचा स्कूल में सुगना और उसकी सहेलियों को प्रवेश के लिए बुला लिया गया। प्रवेश नहीं मिलने पर रोने वाली बेटियों को जब पढऩे को कहा तो वह और उनके परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। परिजनों ने पत्रिका का आभार जताया।
डाइट प्रिंसिपल पुष्पेन्द्र शर्मा ने बताया कि आरटीई के तहत 16 वर्ष वाले बच्चों को आठवीं में गत साल परीक्षा आवेदन फार्म भरने में दिक्कत आई थी। बाद में उन्हें रियायत दी गई लेकिन इस बार प्रवेश पर इसी वजह से आनाकानी शुरू हो गई। आदेश में यह स्पष्ट करना है कि जो नियमित विद्यार्थी है, उनको उम्र संबंधी बाधा नहीं होगी लेकिन जो ड्रॉप आउट होकर 8वीं आया।