सौदागरों में शामिल एक युवक ने राजस्थान पत्रिका से विशेष बातचीत में इन तथ्यों का खुलासा किया। युवक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कबूला कि उनकी टीम में करीब 10 जने इस धंधे से जुड़े हैं। नशेड़ी किस्म के युवा पांच सौ से 1 हजार रुपए लेकर ब्लड बैंक में आम दिनों में रक्तदान करते हैं। इसके बदले में ब्लड बैंक से डॉनर कार्ड प्राप्त कर लेते हैं। जरूरतमंद मिलने पर वे इस कार्ड का इस्तेमाल कर ब्लड बैंक से ब्लड ले आते हैं। पूछताछ पर युवक ने ब्लड बैंक में सेवारत कुछ लोगों के भी उनके धंधे में शामिल होने की बात कही, लेकिन अगले ही पल वह इस तथ्य से मुकर गया।
READ MORE: PATRIKA STING: यहां सर्द अंधेरी रात में हो रहा खून का गाेेेरखधंधा, खून के सौदागरों का ये गंदा सच देखिए video में एम्बुलेंस सेवा से जुड़ा एक व्यक्ति इस टीम का सरगना बताया गया है। वहीं संविदा महिला कर्मचारी सुबह 6 से रात 12 बजे तक जनाना अस्पताल में रहकर इस धंधे को बढ़ावा देने में सक्रिय है।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 12 जनवरी को ‘गरीब जिंदगी का सौदा, खून से कमाई’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर दोनों ही चिकित्सालयों में चल रहे काले कारोबार का पर्दाफाश किया था। प्रक्रिया में पत्र : इधर, एमबी हॉस्पिटल अधीक्षक डॉ. विनय जोशी ने सक्रियता दिखाते हुए जिला पुलिस अधीक्षक, हाथीपोल थाना प्रभारी और हॉस्पिटल चौकी के नाम प्रशासनिक पत्र भेजकर खून की सौदेबाजी में लिप्त आरोपितों की धरपकड़ कर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई को अंजाम देने का आग्रह किया है। साथ ही आवश्यकता पडऩे पर पुलिस के सहयोग के लिए चिकित्सालय की ओर से एफआईआर कटवाने का भी आश्वासन दिया है।
जांच की ‘नौटंकी’ मामले में पन्नाधाय महिला चिकित्सालय जांच के नाम पर लीपापोती में जुट गया है। जांच कमेटी बनाकर पूर्व की भांति जिम्मेदारी की इतिश्री की जा रही है। यह जानते हुए कि अवैध धंधे में लिप्त संविदा महिला कर्मचारी उनके चिकित्सालय में सेवारत है। दूसरी ओर, जनाना चिकित्सालय के नर्सिंग अधीक्षक पन्नाराम ने गंभीरता को देखते हुए तीन नर्सेज कार्मिकों की जांच कमेटी बनाकर सत्यता सामने लाने की पहल की है।
गौरतलब है कि पूर्व में भी इसी चिकित्सालय में महिला चिकित्सक शिक्षक के लिए कार्य करने वाले फर्जी डॉक्टर के मामले में प्रशासनिक अमले ने अनदेखी की थी। नतीजा यह हुआ कि चिकित्सक की वेशभूषा में दलाल युवक को पुलिस ने मरीजों को गुमराह कर निजी चिकित्सालय में भेजने के मामले में गिरफ्तार किया था।
पुलिस करेगी जांच खून के नाम पर गरीबों से होने वाली ठगी गंभीर है। पत्रिका के माध्यम से सामने आए सच की पड़ताल के लिए चौकी के जवान मोहन शेषमा को जांच सौंपने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल में गृह जिले से बाहर हूं। जांच रिपोर्ट के आधार पर आरोपितों के लिए उचित कार्रवाई करेंगे।
अशोक आंजना, थाना प्रभारी, हाथीपोल थाना