दुनियाभर के शिशु रोग विशेषज्ञों ने साझा किए कोरोना के अनुभव व उपाय
उदयपुरPublished: Nov 23, 2020 07:52:38 am
– नोर्थ जोन पेडिकोन 2020 व राजपेडिकोन
दुनियाभर के शिशु रोग विशेषज्ञों ने साझा किए कोरोना के अनुभव व उपाय
भुवनेश पंड्या
उदयपुर. भारतीय शिशु अकादमी उदयपुर शाखा की ओर से आयोजित नोर्थ जोन पेडिकोन 2020 व राजपेडिकोन के दूसरे दिन रविवार को अमारीका, कनाडा, मलेशिया आदि देशों के 6 वक्ताओं ने ई-प्लेटफार्म पर कोविड महामारी से उपचार और बचाव के बारे में अनुभव साझा किए। अटलांटा शहर के विख्यात शिशु रोग विशेषज्ञ व विश्व की सबसे प्रतिष्ठित जर्नल क्लिनिक्स इन पैरिनैटओलॉजी के संपादक डॉ लकी जैन ने कोविड-19 के 3 शिकारों के बारे में बताया। पहला रोगी, दूसरा चिकित्सक व नर्सिंग कर्मी व तीसरा चिकित्सालय व अन्य संस्थाएं। रोगियों व उनके परिजनों के साथ चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ एवं इनके परिजनों में भी चिंता, भय, अनिद्रा, मानसिक रोगों के मामले काफ ी बढ़े हैं। विकसित देशों के विशेषज्ञों से अनुभव साझा करते हुए आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. लाखन पोसवाल ने बताया कि कोविड- 19 व वार्डों में काम करने वाले चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ में सही तरीके से मास्क व पीपीई किट का उपयोग करने की वजह से संक्रमण उन चिकित्सा कर्मियों से कम होता है, जो सामान्य वार्डों में काम करते हैं। टेक्सास के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. बिभूती दास ने कोविड का हृदय पर असर, मलेशिया के डॉ. जुल्फि किल ने विभिन्न देशों की सरकारों द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में बताया। मुम्बई के शिशु मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. समीर दलवाई व उदयपुर कि साइकोलॉजिस्ट डॉ. सिद्दिका हुसैन ने कोविड के बच्चों की मनोस्थिति पर पडऩे वाले प्रभाव व उनके उपचारों पर प्रकाश डाला। दूसरे दिन रविवार के विभिन्न सत्रों में 40 से अधिक विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए। जयपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. आरके गुप्ता ने बच्चों में कोरोना से होने वाले मल्टी सिस्टम इन्फ्लामेटरी सिंड्रोम के बारे में जानकारी दी।