उदयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में त्योहारों पर सदियों से चली आ रही परंपराओं का निर्वहन आज भी ग्रामवासी एकजुट होकर कर रहे हैं। वल्लभनगर क्षेत्र में बुधवार रात इलाजी बावजी के द्वार पर किन्नरों की बारात चढ़ने की परंपरा प्रचलित है। इस परंपरा के तहत जमरा बीज पर वल्लभनगर के कबूतर चौक में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्रामवासी ढोल बजाते हुए किन्नरों के घर पर पहुंचे। यहां पर गादीपति किन्नर रानी बाई को सज-धज कर बारात के रूप में कबूतर चौक में आने का निमंत्रण दिया गया। किन्नर रानी बाई सहित सहयोगी किन्नर मेवाड़ी वेशभूषा में सज-धज कर इलाजी बावजी के समक्ष पहुंचे। इलाजी बावजी के मन्दिर में समस्त ग्राम वासियों द्वारा पूजा अर्चना करके चारों तरफ गुलाल की बौछार की गई। इस दौरान किन्नरों ने इलाजी बावजी के सामने हाथ जोड़कर नमन किया। इसके बाद राजस्थानी लोकगीतों, बॉलीवुड गानों पर किन्नरों ने एक से बढ़कर एक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी। ग्रामीणों ने किन्नरों का उत्साहवर्धन करने के लिए उपहार के रूप में नकद रुपए दिए। वल्लभनगर में इस अनूठे आयोजन को देखने के लिए भारी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा रही। नगर के हर मुख्य चौक पर नृत्य होली के बाद जमरा बीज पर इस अनूठे आयोजन को लेकर किन्नरों ने परंपरा के अनुसार वल्लभनगर के हर मुख्य चौराहे पर ढोल पर नृत्य किया।
उदयपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में त्योहारों पर सदियों से चली आ रही परंपराओं का निर्वहन आज भी ग्रामवासी एकजुट होकर कर रहे हैं। वल्लभनगर क्षेत्र में बुधवार रात इलाजी बावजी के द्वार पर किन्नरों की बारात चढ़ने की परंपरा प्रचलित है। इस परंपरा के तहत जमरा बीज पर वल्लभनगर के कबूतर चौक में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ग्रामवासी ढोल बजाते हुए किन्नरों के घर पर पहुंचे। यहां पर गादीपति किन्नर रानी बाई को सज-धज कर बारात के रूप में कबूतर चौक में आने का निमंत्रण दिया गया। किन्नर रानी बाई सहित सहयोगी किन्नर मेवाड़ी वेशभूषा में सज-धज कर इलाजी बावजी के समक्ष पहुंचे। इलाजी बावजी के मन्दिर में समस्त ग्राम वासियों द्वारा पूजा अर्चना करके चारों तरफ गुलाल की बौछार की गई। इस दौरान किन्नरों ने इलाजी बावजी के सामने हाथ जोड़कर नमन किया। इसके बाद राजस्थानी लोकगीतों, बॉलीवुड गानों पर किन्नरों ने एक से बढ़कर एक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी। ग्रामीणों ने किन्नरों का उत्साहवर्धन करने के लिए उपहार के रूप में नकद रुपए दिए। वल्लभनगर में इस अनूठे आयोजन को देखने के लिए भारी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जमा रही। नगर के हर मुख्य चौक पर नृत्य होली के बाद जमरा बीज पर इस अनूठे आयोजन को लेकर किन्नरों ने परंपरा के अनुसार वल्लभनगर के हर मुख्य चौराहे पर ढोल पर नृत्य किया।