scriptअरावली की पहाडिय़ों में वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक का पेटेंट, सुविवि के कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट स्टडीज ने बनाया मॉडल | Petant Of Water Harvesting, mlsu udaipur | Patrika News

अरावली की पहाडिय़ों में वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक का पेटेंट, सुविवि के कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट स्टडीज ने बनाया मॉडल

locationउदयपुरPublished: Dec 18, 2019 12:09:34 pm

Submitted by:

madhulika singh

MLSU Udaipur ट्राइबल क्षेत्र में रेन वाटर हार्वेस्टिंग एवं अंडरवाटर रिचार्ज पर फोकस, सुविवि के यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट स्टडीज, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट को मिलाा पेटेंट

water harvesting

नए मकानों के निर्माण के साथ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी बनाया जाना अनिवार्य है।

चंदनसिंह देवड़ा/उदयपुर. अरावाली पहाडिय़ों की तलहटी में स्थित ट्राइबल एरिया में rain water harvesting रेन वाटर हार्वेस्टिंग एवं groundwater recharge अंडरवाटर रिचार्ज को नई तकनीक के साथ प्राकृतिक जल के सर्वोत्तम उपयोग पर MLSU Udaipur सुविवि के यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट स्टडीज, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट को पेटेंट मिल गया है। इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफ इंडिया, Ministry of Commerce and Intellectual Property मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में यह प्रकाशित हुआ हैं। पेटेंट का शीर्षक इंटेलीजेंट मॉडल फॉर रेन वाटर हार्वेस्टिंग दिया गया हैं। यह पेटेंट विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर सचिन गुप्ता और उनके रिसर्च स्कॉलर प्रियंका जिनगर एवं रविन्दर मीणा के साथ पब्लिश हुआ है।
प्रो गुप्ता ने बताया कि इस तकनीक में विभिन्न तरीको के जरिए प्राकृतिक जल का उपयोग कैसे हो, उसका अरावली की पहाडिय़ों पर रेन वाटर का संग्रह करते हुए इसके परिणाम दर्शाए गए। इस तकनीक से ग्राउंड वाटर रिचार्ज किया गया। इस मॉडल से दक्षिणी राजस्थान की अनुपजाऊ जमीन को भी उपजाऊ बनाने में मदद मिल सकेगी।
इस आधार पर मिला पेटेंट
अरावली पर्वत पर छोटे छोटे तालाब का निर्माण करके रेन वाटर को स्टोर किया जाएगा। इसका ओवरफ्लो पानी निचले इलाके में स्थित बड़े झील या तालाब में एकत्रित हो जाएगा। इससे जनजाति क्षेत्र में इस पानी का उपयोग पहाड़ सिंचाई योजना के जरिए रिचार्ज पिट तक पहुंचाया जाएगा। पानी रिचार्ज पिट में फिल्टर होकर जमीन के अंदर तक बिल्कुल साफ होकर पहुंचेगा। वाटर लेवल बढऩे के साथ इस भू भाग पर हरियाली बढ़ेगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो