PIE OLYMPICS 2017 में पदक तालिका में शीर्ष स्थान के लिए मची होड़, ओलम्पिक को लेकर लोगों ने कही ये बातें
उदयपुरPublished: Nov 26, 2017 03:27:14 pm
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उदयपुर . हर स्कूल के प्रतिभागी बच्चों ने अपने प्रशिक्षकों के दिशा-निर्देशन में मैच से पूर्व कड़े अभ्यास सत्र और फिर मुख्य मुकाबलों में पसीना बहाया।
उदयपुर . हिन्दुस्तान जिंक (भारत का जिंक) और पत्रिका इन एज्यूकेशन (पाई) के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे स्कूल ओलम्पिक के पांचवें दिन शनिवार को प्रतिभागियों में पदक तालिका में शीर्ष पाने को लेकर होड़ मच गई। बीएन ग्राउण्ड, गांधी ग्राउण्ड और डीपीएस प्रांगण में हो रहे विभिन्न खेलों के अंतिम चरण के मुकाबले हुए। इनमें हर स्कूल के प्रतिभागी बच्चों ने अपने प्रशिक्षकों के दिशा-निर्देशन में मैच से पूर्व कड़े अभ्यास सत्र और फिर मुख्य मुकाबलों में पसीना बहाया।
बोले एक्सपर्ट और स्टूडेंट पत्रिका के स्कूल ओलंपिक खेलों का आयोजन सराहनीय है। इससे संभाग के सभी स्कूलों में खेलो के लिए अनुकूल वातावरण तैयार हुआ है। इसमें हॉकी प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले खिलाडिय़ों का राज्य स्तरीय चयन का मार्ग प्रशस्त हुआ है। – डॉ. कुलदीप सिंह झाला, सचिव, हॉकी उदयपुर।
बरसों से खेलों के विविध आयोजनों से जुड़े रहे हैं। अनेक निजी और सरकारी प्रतियोगिताओं के साक्षी भी रहे। पहली बार इतने सारे स्कूली बच्चों को पूरी ऊर्जा और उत्साह से भागीदारी करते देखकर आनंद की अनुभूति हो रही है। – देवनारायण धाबाई, रॉकवुड स्कूल
हमेशा स्कूल स्तर के टूर्नामेंट्स में खेलों की भागीदारी निभाते पहले कभी ऐसा अनुभव नहीं हुआ, जैसा पत्रिका के इस आयोजन से जुडकऱ हो रहा है। सचमुच सभी खेलों में लड़कियों की इतनी संख्या देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। – वसुंधरा चौहान, एमएमपीएस
स्कूलों की खेल प्रतिभाओं को पत्रिका ने इस आयोजन के माध्यम से जो मार्ग प्रशस्त किया उससे कॉलेज और उसके बाद की शिक्षा के दौरान व बाद में भी बड़ा लाभ मिलेगा। पढ़ाई के अलावा खेलकूद का ये माहौल बच्चों में नई उमंग जगा गया। – पयांशी जैन, डीपीएस
स्कूल ओलंपिक के जरिए पत्रिका ने खो-खो, कबड्डी और रस्साकशी जैसे पारंपरिक खेलों को नई पीढ़ी से रूबरू कराकर अनुकरणीय काम किया है। सरकारी स्तर पर भी इनके आयोजन से भारतीय खेलों का भला होगा। -कपिल जैन, कबड्डी प्रशिक्षक