READ MORE: उदयपुर: नवजात बालक-बालिका की ये दास्तां आपको भी सोचने पर मजबूर कर देगी, नन्हीं नवजात को काट लिया था जानवर ने, मिले चोटों के निशान पुलिस अधीक्षक राजेंद्रप्रसाद गोयल ने बताया कि संदिग्धों से पूछताछ के दौरान मोईन ऊर्फ सोनू का नाम आ रहा था। पुलिस ने उसे ढूंढा तो वह अपने ठिकानों से गायब मिला। पुलिस ने बाद में स्स्वराज नगर निवासी मोईन खान र्फ सोनू पिता हारून खान को पकड़ा तो उसने गौसियां कॉलोनी निवासी मोहम्मद सलाम पुत्र अब्दुल रहमान, गौसिया कॉलानी, किशनपोल, गली नं. 2 निवासी सकलेन उर्फ फिरोज खान पुत्र शिराज खान के साथ मिलकर बम्बोरा, कुराबड़ हाल बड़ी होली निवासी प्रमोद पुत्र कालूलाल मेहता की हत्या करना स्वीकार किया।
READ MORE: udaipur: दिन दहाड़े युवती-वृद्ध के साथ घटी ये वारदात, लोगों में डर और दहशत आरोपियों ने बताया कि दवा विके्रेता के बाहर के डिस्ट्रीब्ूयटर्स से पैसा लाने की उन्हें जानकारी थी, इसी कारण उन्होंने प्रमोद की रैकी की और उसे धोलीबावड़ी, सलमा गली में रोकते हुए बैग छीनने का प्रयास किया। प्रमोद ने उसके बावजूद बैग नहीं छोड़ा। तब सलाम ने उसके सिर पर पिस्टल के बट से वार भी किया लेकिन फिर भी उसने बैग नहीं छोड़ा। इस पर एक फायर किया जो प्रमोद के सीने में लगा। गोली उसके दिल में जा फंसी और अत्यधिक रक्तस्नाव के कारण मेहता की मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी अपने घर के आसपास ही रहे लेकिन पुलिस उनके बारे में सुराग नहीं जुटा पाई थी। स्पेशल टीम प्रमारी शैतानसिह नाथावत की टीम ने लगातार 3 माह तक पुराने चालानशुदा व छोटे-मोटे अपराध में लिप्त आरोपियों को लाकर पूछताछ की। हर आरोपी से कुछ न कुछ सुराग मिलने से पुलिस को कामयाबी किली। पुलिस अब आरोपियों से पिस्टल के बारे में जानकारी जुटा रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की शुक्रवार को एक ऑटो में बैठकर देहलीगेट आने की सूचना था। सूचना पर टीम ने आरोपियों को धरदबोचा।