अफसरों के साथ-साथ नीचे का स्टाफ तक संक्रमित हुआ है। उदयपुर में कोविड अमूमन अधिकांश सरकारी विभागों तक पहुंच गया और उसके बाद संक्रमित के क्वाराइंटन होने के साथ ही आम लोगों के प्रवेश पर सख्ती की गई।
कोरोना संक्रमण ने फील्ड में काम करने वाले स्टाफ को तो शुरूआती चरण में ही अपनी चपेट में ले लिया था लेकिन इसके बाद अभी बढ़े केस में दफ्तर में बैठकर काम करने वाले अधिकारियों को भी संक्रमित कर दिया। वैसे कई अधिकारी व स्टाफ होम व चिकित्सालय में क्वाराइंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद स्वस्थ होकर काम पर भी लौट गए है।
कोरोना की चेन बढ़ती जा रही
सरकारी विभागों में पिछले महीनों में कोरोना की चेन को रोकने के लिए कई बंदिशे लगाई गई थी। इसमें नगर निगम, यूआईटी व जिला परिषद तक तो कुछ दिन के लिए बंद करने पड़े। इसके अलावा सरकारी विभागों में बिना मॉस्क के एन्ट्री ही बंद कर दी तो जनता से जुड़े ज्यादातर विभागों में मुख्य गेट से ही या ऑनलाइन कार्य ही निस्तारण किए गए थे।
दीपावली से पहले सख्ती कम हो गई थी
दीपावली से पहले कोरोना को लेकर सख्ती कम हो गई थी। असल में कई विभागों में बिना मास्क ही लोग आ जा रहे थे। कोई रोक-टोक नहीं थी। यह अलग बात है कि जागरूकता के लिए काम किया जा रहा था लेकिन एक बार तो ऐसा महसूस होने लगा कि कोरोना संक्रमण की चेन टूट गई है लेकिन दीपावली बाद बढ़े केसों ने सबकी नींद खोल दी है।
ऐसे आते गए अफसर पॉजिटिव
कोरोना संक्रमण ने फील्ड में काम करने वाले स्टाफ को तो शुरूआती चरण में ही अपनी चपेट में ले लिया था लेकिन इसके बाद अभी बढ़े केस में दफ्तर में बैठकर काम करने वाले अधिकारियों को भी संक्रमित कर दिया। वैसे कई अधिकारी व स्टाफ होम व चिकित्सालय में क्वाराइंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद स्वस्थ होकर काम पर भी लौट गए है।
कोरोना की चेन बढ़ती जा रही
सरकारी विभागों में पिछले महीनों में कोरोना की चेन को रोकने के लिए कई बंदिशे लगाई गई थी। इसमें नगर निगम, यूआईटी व जिला परिषद तक तो कुछ दिन के लिए बंद करने पड़े। इसके अलावा सरकारी विभागों में बिना मॉस्क के एन्ट्री ही बंद कर दी तो जनता से जुड़े ज्यादातर विभागों में मुख्य गेट से ही या ऑनलाइन कार्य ही निस्तारण किए गए थे।
दीपावली से पहले सख्ती कम हो गई थी
दीपावली से पहले कोरोना को लेकर सख्ती कम हो गई थी। असल में कई विभागों में बिना मास्क ही लोग आ जा रहे थे। कोई रोक-टोक नहीं थी। यह अलग बात है कि जागरूकता के लिए काम किया जा रहा था लेकिन एक बार तो ऐसा महसूस होने लगा कि कोरोना संक्रमण की चेन टूट गई है लेकिन दीपावली बाद बढ़े केसों ने सबकी नींद खोल दी है।
ऐसे आते गए अफसर पॉजिटिव
1. संभागीय आयुक्त कार्यालय
यहां के कुछ कर्मचारी पूर्व में संक्रमित हुए।
2. जनजाति आयुक्तालय
पूर्व में आयुक्त जितेंद्र उपाध्याय व टीआरआई निदेशक गोविंद सिंह राणावत भी संक्रमित हो चुके है।
3. जिला कलक्टरी
जिला कलक्टर चेतन देवड़ा, आरएएस दीपक मेहता सहित अधीनस्थ स्टाफ के सदस्य
4. पुलिस महकमा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार, डिप्टी चेतना भाटी, प्रेम धणदे सहित कुछ थाना प्रभारी व 130 पुलिसकर्मी पॉजिटिव आए
5. चिकित्सा विभाग
मेडिकल स्टाफ में करीब 150 से ज्यादा जने पॉजिटिव हुए है।, इसमें कई डॉक्टर भी है।
6. आबकारी विभाग
एक इंस्पेक्टर सहित तीन जने संक्रमित हुए।
7. नगर निगम
बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी और कुछ स्टाफ।
8. यूआईटी
यूआईटी चेयरमैन व सचिव क्वारांइटन में है, इससे पहले बड़ी संख्या में स्टाफ चपेट में आया।
9. जिला परिषद
पूर्व में सीइओ डा. मंजू सहित पूर्व कुछ कर्मचारी आए थे चपेट में।
नेताजी भी आए चपेट में
यहां के कुछ कर्मचारी पूर्व में संक्रमित हुए।
2. जनजाति आयुक्तालय
पूर्व में आयुक्त जितेंद्र उपाध्याय व टीआरआई निदेशक गोविंद सिंह राणावत भी संक्रमित हो चुके है।
3. जिला कलक्टरी
जिला कलक्टर चेतन देवड़ा, आरएएस दीपक मेहता सहित अधीनस्थ स्टाफ के सदस्य
4. पुलिस महकमा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार, डिप्टी चेतना भाटी, प्रेम धणदे सहित कुछ थाना प्रभारी व 130 पुलिसकर्मी पॉजिटिव आए
5. चिकित्सा विभाग
मेडिकल स्टाफ में करीब 150 से ज्यादा जने पॉजिटिव हुए है।, इसमें कई डॉक्टर भी है।
6. आबकारी विभाग
एक इंस्पेक्टर सहित तीन जने संक्रमित हुए।
7. नगर निगम
बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी और कुछ स्टाफ।
8. यूआईटी
यूआईटी चेयरमैन व सचिव क्वारांइटन में है, इससे पहले बड़ी संख्या में स्टाफ चपेट में आया।
9. जिला परिषद
पूर्व में सीइओ डा. मंजू सहित पूर्व कुछ कर्मचारी आए थे चपेट में।
नेताजी भी आए चपेट में
उदयपुर निवासी राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, भाजपा शहर अध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली सहित कई कार्यकर्ता भी पॉजिटिव आ चुके है।